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जम्मू-कश्मीर में बादल फटने से भारी तबाही, पीएम मोदी ने की स्थिति की समीक्षा

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में बादल फटने से भारी तबाही हुई है, जिसमें 60 से अधिक लोगों की जान चली गई है। पीएम मोदी ने स्थिति की समीक्षा की और प्रभावित लोगों को सहायता का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जानकारी दी कि प्रशासन ने 160 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला है। इस घटना के समय क्षेत्र में भारी भीड़ थी, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई। जानें इस आपदा के बारे में और क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
 

जम्मू-कश्मीर में प्राकृतिक आपदा

जम्मू-कश्मीर आपदा: किश्तवाड़ जिले के छासोटी गांव में गुरुवार को आए भयंकर बादल फटने से व्यापक नुकसान हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से फोन पर बात कर स्थिति का जायजा लिया और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'मैंने पीएम मोदी को किश्तवाड़ की स्थिति और प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी। मेरी सरकार और प्रभावित लोग उनके सहयोग के लिए आभारी हैं।'


मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बताया कि अब तक 46 शवों में से 21 की पहचान हो चुकी है। प्रशासन ने 160 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला है। इस घटना में 60 लोगों की जान चली गई है, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हैं, जिनमें से 38 की हालत गंभीर है। कई लोग अभी भी लापता हैं, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। इस आपदा में मकान, दुकानें और वाहन बह गए हैं, और कीचड़ तथा मलबे ने पूरे क्षेत्र को ढक दिया है।




सहायता के लिए हेल्प डेस्क की स्थापना

प्रभावित लोगों की सहायता के लिए पड्डर में एक नियंत्रण कक्ष और हेल्प डेस्क स्थापित की गई है, जो छासोटी से लगभग 15 किलोमीटर दूर है। यहां पांच अधिकारियों को तैनात किया गया है। हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं: 8492886895, 9797504078, 8493801381, 6006701934, 7006463710, 9858223125।


घटना के समय भारी भीड़

यह घटना उस समय हुई जब छासोटी में वार्षिक मचैल माता यात्रा का बेस कैंप स्थापित था। दोपहर करीब 12 बजे से 1 बजे के बीच बादल फटने से आए पानी, मलबे और भूस्खलन ने यात्रियों और स्थानीय लोगों को प्रभावित किया। इस दौरान क्षेत्र में भारी भीड़ थी।


पीएम मोदी की चिंता

अपने स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में पीएम मोदी ने हाल के दिनों में देशभर में आई प्राकृतिक आपदाओं पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, 'प्रकृति हमें परख रही है। पिछले कुछ दिनों में हमें भूस्खलन, बादल फटना और अन्य आपदाओं का सामना करना पड़ा है। हमारी संवेदनाएं प्रभावित लोगों के साथ हैं।'