जम्मू-कश्मीर में भूस्खलन से 33 श्रद्धालुओं की मौत, पीएम मोदी ने जताया शोक
जम्मू-कश्मीर में भूस्खलन की त्रासदी
Vaishno Devi landslide: जम्मू-कश्मीर में श्री माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 33 हो गई है. यह हादसा श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों के लिए भारी दुख लेकर आया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दर्दनाक घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए पीड़ितों के परिवारों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है. उन्होंने घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना भी की है.
बचाव कार्य जारी
बचाव कार्य लगातार जारी
घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है. स्थानीय प्रशासन, आपदा प्रबंधन दल और सुरक्षाबल मिलकर मलबे में फंसे लोगों को निकालने का प्रयास कर रहे हैं. खराब मौसम और लगातार बारिश के कारण राहत कार्यों में कठिनाइयां आ रही हैं, लेकिन अधिकारी पूरी तत्परता से जुटे हुए हैं.
प्रधानमंत्री मोदी का शोक संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया शोक
पीएम मोदी ने श्री माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर हादसे पर शोक जताया है. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर कहा, "श्री माता वैष्णो देवी मंदिर मार्ग पर हुए भूस्खलन के कारण हुई जनहानि दुखद है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. ईश्वर करे कि घायल जल्द से जल्द स्वस्थ हों. प्रशासन सभी प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है. मैं सभी की सुरक्षा और कुशलक्षेम के लिए प्रार्थना करता हूं."
चानैनी नाला में लापता श्रद्धालु
चनैनी नाला में कार गिरने से तीन श्रद्धालु लापता
इस बीच, जम्मू के चनैनी नाला में एक कार फिसलकर गिर गई, जिससे उसमें सवार तीन श्रद्धालु बह गए. इनमें से दो राजस्थान के धौलपुर और एक उत्तर प्रदेश के आगरा का निवासी बताया जा रहा है. इनकी तलाश जारी है, लेकिन भारी वर्षा के कारण बचाव कार्यों में बाधा उत्पन्न हो रही है.
जम्मू में बाढ़ की स्थिति
बारिश ने बिगाड़ी जम्मू की हालत
रविवार से हो रही लगातार बारिश के चलते जम्मू क्षेत्र की स्थिति बेहद चिंताजनक हो गई है. न केवल सड़कों पर जलभराव हुआ है, बल्कि कई स्थानों पर पुल और सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं. इससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. शहर में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं और आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है.
सड़क और रेल संपर्क बाधित
देश से कट गया जम्मू का संपर्क
भारी बारिश के कारण जम्मू का सड़क और रेल संपर्क देश के बाकी हिस्सों से पूरी तरह टूट गया है. स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने मंगलवार रात 9 बजे के बाद लोगों को घरों से बाहर निकलने पर रोक लगा दी थी.
नदियों का खतरा
नदियां खतरे के निशान से ऊपर
तवी, चिनाब, उज्ज और अन्य प्रमुख नदियाखतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा और बढ़ गया है. तवी नदी पर बने भगवतीनगर पुल की एक लेन धंस गई है, जबकि अन्य दो पुलों को एहतियात के तौर पर बंद कर दिया गया है.
पुलों की स्थिति
कई पुल क्षतिग्रस्त
कठुआ के पास एक और पुल धंसने से जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहले से ही यातायात प्रभावित था. अब विजयपुर के पास एम्स के समीप स्थित देविका पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे इस मार्ग पर पूरी तरह आवागमन रुक गया है.
सेना की मदद
सेना ने निभाई जिम्मेदारी
सांबा जिले में सेना के जवानों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए खानाबदोश गुज्जर समुदाय के सात लोगों को एक नदी से सुरक्षित बाहर निकाला. प्रशासन ने जम्मू संभाग के सभी स्कूलों और कॉलेजों में 27 अगस्त को अवकाश घोषित कर दिया है.