जम्मू में बारिश से बाढ़ की स्थिति, 115 साल का रिकॉर्ड टूटा
जम्मू में बारिश का नया रिकॉर्ड
जम्मू में माता वैष्णो देवी के मार्ग पर भूस्खलन के बाद बारिश ने गंभीर स्थिति उत्पन्न कर दी है। मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे से लेकर बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 24 घंटे में जम्मू में 296 मिलीमीटर बारिश हुई, जो पिछले 115 वर्षों का रिकॉर्ड है। इससे पहले, 1973 में 9 अगस्त को 272.6 मिलीमीटर बारिश हुई थी।
बाढ़ की स्थिति और राहत कार्य
भारी बारिश के कारण कई क्षेत्रों में बाढ़ आ गई है। इस स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने 10,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। उत्तर रेलवे ने जम्मू से कटरा जाने वाली ट्रेनों को रद्द कर दिया है। हिमाचल प्रदेश और पंजाब में भी लगातार बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। पंजाब में बांधों से पानी छोड़ने के कारण पठानकोट, गुरदासपुर, तरनतारन, होशियारपुर, कपूरथला, फिरोजपुर और फाजिल्का में बाढ़ आई है।
स्कूलों में फंसे छात्र और शिक्षक
गुरदासपुर के दाबुरी स्थित नवोदय विद्यालय में 400 से अधिक छात्र और शिक्षक बाढ़ में फंस गए हैं। स्कूल के निचले तले में पांच फीट पानी भर गया है। एनडीआरएफ और सेना की टीमें छात्रों और शिक्षकों को निकालने के लिए पहुंची और उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया। राज्य में भारी बारिश के कारण सभी स्कूलों को 30 अगस्त तक बंद करने के आदेश दिए गए हैं।
सेना का बचाव कार्य
पंजाब के पठानकोट में माधोपुर हेडवर्क्स के पास सेना ने बाढ़ के पानी से घिरी एक जर्जर इमारत से सीआरपीएफ के 22 जवानों और तीन नागरिकों को हेलीकॉप्टर से सुरक्षित निकाला। बताया गया है कि इमारत की छत पर हेलीकॉप्टर उतरने के बाद, इमारत का अगला हिस्सा पानी में समा गया। सेना ने सभी फंसे लोगों को बचाने में सफलता पाई।