जी-20 शिखर सम्मेलन में मोदी और मेलोनी की दोस्ताना मुलाकात
प्रधानमंत्री मोदी और इटली की पीएम मेलोनी की मुलाकात
नई दिल्ली: जोहान्सबर्ग में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की मुलाकात ने एक बार फिर से मीडिया का ध्यान आकर्षित किया।
इस मुलाकात में दोनों नेताओं ने गर्मजोशी से एक-दूसरे का स्वागत किया, हंसते हुए हाथ मिलाया, जिससे वहां उपस्थित अन्य नेताओं के चेहरे पर भी मुस्कान आई। यह बातचीत जी-20 समिट के माहौल को और भी खास बना गई।
भारत-इटली संबंधों में मजबूती
हाल के वर्षों में भारत और इटली के बीच संबंधों में काफी प्रगति हुई है। इससे पहले, जून 2025 में कनाडा के कनानास्किस में आयोजित 51वें जी7 समिट के दौरान भी पीएम मोदी और मेलोनी की मुलाकात चर्चा का विषय बनी थी। उस समय, दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर सहमति जताई थी।
मुलाकातों की सुर्खियों में रहने का कारण
यह पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी और मेलोनी की मुलाकातें सुर्खियों में आई हैं। अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में उनकी दोस्ताना बॉडी लैंग्वेज और सहज बातचीत अक्सर मीडिया का ध्यान खींचती है। जब भी ये दोनों मिलते हैं, माहौल हल्का और सकारात्मक होता है, जैसे कि उनके बीच गहरी आत्मीयता हो।
उनकी हंसी-मजाक और सौहार्दपूर्ण अभिवादन को जनता और सोशल मीडिया में बहुत पसंद किया जाता है, जिससे "मेलोनी-मोदी" की मुलाकातें हर बार ट्रेंड करने लगती हैं।
एक-दूसरे की प्रशंसा
जॉर्जिया मेलोनी और पीएम मोदी ने कई बार सार्वजनिक रूप से एक-दूसरे की प्रशंसा की है। सितंबर में, पीएम मोदी ने मेलोनी को एक असाधारण नेता बताया और उनकी ऑटोबायोग्राफी 'आई एम जॉर्जिया' की प्रस्तावना भी लिखी, जिसमें उन्होंने भारत-इटली के सांस्कृतिक संबंधों को रेखांकित किया।
इसी तरह, मेलोनी ने भी भारत और इटली के बीच की दोस्ती को गहरा और मजबूत बताया है, यह कहते हुए कि दोनों देशों के बीच आपसी सम्मान और सहयोग का रिश्ता लगातार बढ़ रहा है।