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जींद में पेयजल सप्लाई से बढ़ते रोगों पर कालोनीवासियों का विरोध

जींद के काजियान मोहल्ले के निवासियों ने पेयजल सप्लाई में क्लोरिन की अधिकता के कारण बढ़ती बीमारियों पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि पानी में क्लोरिन की मात्रा अत्यधिक है, जिससे किडनी संबंधी समस्याएं और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। यदि प्रशासन ने जल्द ही पाइपलाइन को नहीं बदला, तो वे आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। जानिए इस मुद्दे पर प्रशासन की क्या प्रतिक्रिया है।
 

कालोनीवासियों का रोष


जींद के काजियान मोहल्ले के निवासियों ने वीरवार को पेयजल सप्लाई में बढ़ती बीमारियों को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की। उनका कहना है कि जो पानी उन्हें मिल रहा है, उसमें क्लोरिन की मात्रा अत्यधिक है, जिससे किडनी संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। मोहल्ले में कोई ऐसा घर नहीं है जहां बच्चे, बुजुर्ग और अन्य लोग बीमार न पड़ रहे हों।


महिलाओं और पुरुषों के बाल भी इस पानी के सेवन से गिरने लगे हैं। निवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही पेयजल सप्लाई की पाइपलाइन नहीं बदली गई और स्थिति में सुधार नहीं किया गया, तो वे आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।


पाइपलाइन में सुधार की आवश्यकता

काजियान मोहल्ले के निवासी निमिष, अरूणा, सोनिया, गर्व, तमन्ना, बबली आदि ने बताया कि पिछले कई महीनों से उन्हें अधिक क्लोरिन युक्त पानी मिल रहा है, जिससे स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि पाइपलाइन को बदलने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।


पानी की बदबू को रोकने के लिए क्लोरिन की मात्रा बढ़ा दी गई है, जिससे निवासियों को आंखों, त्वचा और श्वसन तंत्र में जलन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा, बालों का रूखापन और रंग फीका पड़ने की भी शिकायतें आ रही हैं।


अधिक क्लोरिन युक्त पानी की सप्लाई

पाइपलाइन को बदलने के बजाय, उसे दुरुस्त कर दिया गया है और अधिक क्लोरिन युक्त पानी की सप्लाई की जा रही है। निवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी पेयजल सप्लाई पाइपलाइन को नहीं बदला गया, तो वे ठोस कदम उठाने के लिए मजबूर होंगे, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।


जनस्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन भानू प्रताप ने कहा कि यदि पानी में क्लोरिन की मात्रा अधिक है, तो इसकी जांच की जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि निवासियों को पेयजल सप्लाई में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आने दी जाएगी।