जींद में संदिग्ध आग से अध्यापक की मौत, परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया
संदिग्ध आग में जिंदा जला अध्यापक
- परिजनों ने जताया हत्या का संदेह, अज्ञात पर मामला दर्ज
- मृतक अध्यापक अमरहेड़ी गांव में रह रहा था
जींद। शनिवार सुबह गांव अमरहेड़ी में एक सरकारी स्कूल के अध्यापक की संदिग्ध परिस्थितियों में आग लगने से मौत हो गई। मृतक के परिवार ने हत्या की आशंका जताई है। पुलिस ने मृतक के बेटे की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या और शव को नष्ट करने का मामला दर्ज किया है। शव की स्थिति को देखते हुए उसे खानपुर पीजीआई भेजा गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
राजकुमार (49) गांव जैजैवंती का निवासी था और गांव खेड़ा खेमावती के सरकारी स्कूल में अध्यापक के रूप में कार्यरत था। वह पिछले आठ वर्षों से अमरहेड़ी में रह रहा था। शनिवार की सुबह उसके कमरे में आग लग गई, जिससे उसकी जिंदा जलकर मौत हो गई। घटना का पता तब चला जब पड़ोसियों ने आग की लपटें देखीं।
आग पर काबू पाने के प्रयास
घटना की सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। फायर ब्रिगेड ने कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया। जब पुलिस ने अंदर जाकर देखा, तो राजकुमार का शरीर बुरी तरह जल चुका था। फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाने के लिए मौके पर पहुंचकर जांच की। शव को पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे खानपुर पीजीआई भेजने की सलाह दी।
परिवार की स्थिति
राजकुमार के बेटे हिमांशु ने पुलिस को बताया कि उसकी मां भिवानी में नर्स हैं और वह ड्यूटी पर हैं। हिमांशु अपने चाचा के पास रोहतक गया हुआ था, जबकि उसकी बहन दिल्ली में कोचिंग कर रही थी। घर में राजकुमार अकेले थे। हिमांशु ने संदेह जताया कि उसके पिता की हत्या की गई है। पुलिस ने उसकी शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
राजकुमार की पत्नी और परिवार
राजकुमार की पत्नी भिवानी में नर्स हैं और वह हर 10 दिन में राजकुमार से मिलने आती थीं। उनके एक बेटा भी है जो बाहर रहता है। राजकुमार आठवीं से 12वीं कक्षा तक पढ़ाते थे। सदर थाना प्रभारी बलजीत सिंह ने बताया कि मृतक के बेटे ने मौत पर संदेह जताया है और मामले की जांच जारी है।