जीएसटी दरों में बदलाव: वित्त मंत्री की बैठक में हो सकती है घोषणा
जीएसटी काउंसिल की महत्वपूर्ण बैठक
3 और 4 सितंबर को होगी जीएसटी काउंसिल की बैठक
जीएसटी नई दरें (बिजनेस डेस्क): देश के नागरिकों के लिए सरकार एक महत्वपूर्ण घोषणा कर सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से अपने संबोधन में जीएसटी दरों में कमी का आश्वासन दिया था। इस दिशा में वित्त मंत्रालय ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। दिल्ली में वित्त मंत्री की अध्यक्षता में होने वाली जीएसटी काउंसिल की बैठक में नई दरों की औपचारिक घोषणा की जा सकती है। इस काउंसिल में वित्त मंत्री के अलावा सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के वित्त मंत्री भी शामिल होते हैं।
जीएसटी दरों में संभावित बदलाव
12% और 28% की जगह 5% और 18% की दरें
काउंसिल की बैठक में जीएसटी स्लैब को कम करने का निर्णय लिया जा सकता है। इसमें 12% और 28% के स्लैब को समाप्त करने की मंजूरी मिल सकती है। यदि ऐसा होता है, तो जीएसटी के केवल दो स्लैब 5% और 18% रह जाएंगे, जबकि लग्जरी वस्तुओं पर 40% का टैक्स लगेगा। वर्तमान में जीएसटी के चार स्लैब हैं: 5%, 12%, 18%, और 28%.
मंत्रियों के समूह की मंजूरी
मंत्री समूह से मिल चुकी है मंजूरी
काउंसिल के मंत्रियों के समूह ने इस प्रस्ताव को गुरुवार को मंजूरी दे दी थी। इसके संयोजक सम्राट चौधरी ने कहा कि हमने केंद्र सरकार के प्रस्ताव का समर्थन किया है, जिसमें 12% और 28% के जीएसटी स्लैब को समाप्त करने की बात की गई है।
कम टैक्स वाले उत्पाद
इन वस्तुओं पर टैक्स 12% से 5% होगा
विशेषज्ञों के अनुसार, सूखे मेवे, ब्रांडेड नमकीन, टूथपाउडर, टूथपेस्ट, साबुन, हेयर ऑयल, सामान्य एंटीबायोटिक्स, पेनकिलर दवाएं, प्रोसेस्ड फूड, स्नैक्स, फ्रोजन सब्जियां, कंडेंस्ड मिल्क, कुछ मोबाइल, कुछ कंप्यूटर, सिलाई मशीन, प्रेशर कुकर, गीजर जैसी वस्तुएं सस्ती हो जाएंगी। इसके अलावा, बिना बिजली वाले पानी के फिल्टर, इलेक्ट्रिक आयरन, वैक्यूम क्लीनर, 1000 रुपए से अधिक के रेडीमेड कपड़े, 500-1000 रुपए की रेंज वाले जूते, अधिकांश वैक्सीन, एचआईवी/टीबी डायग्नोस्टिक किट, साइकिल, बर्तन पर भी कम टैक्स लगेगा।