जीएसटी सुधारों का आम उपभोक्ता के बजट पर सकारात्मक प्रभाव
मूडीज ने जीएसटी सुधारों को बताया क्रांतिकारी
रेटिंग एजेंसी मूडीज ने इसे भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए क्रांतिकारी सुधार बताया
बिजनेस डेस्क : केंद्र सरकार ने 1991 के बाद से सबसे बड़े आर्थिक सुधार के तहत 4 सितंबर को जीएसटी दरों में कमी की घोषणा की। नई दरें 22 सितंबर से लागू होंगी, लेकिन इस सुधार की सराहना पहले से ही की जा रही है। यह न केवल देश में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रशंसा का विषय बन गया है।
जीएसटी बदलाव पर मूडीज की राय
अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भारत में जीएसटी सुधारों पर अपनी राय व्यक्त की है। एजेंसी के अनुसार, 375 वस्तुओं पर कर की दरों में कमी से आम उपभोक्ताओं के बजट पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। मूडीज ने कहा कि इससे उपभोग में वृद्धि होगी, हालांकि, सरकारी राजस्व में कमी आने की संभावना है। मूडीज की रिपोर्ट में कहा गया है कि जीएसटी दरों में कमी से निजी उपभोग को बढ़ावा मिलेगा और आर्थिक विकास को मजबूती मिलेगी। यह सुधार अमेरिका द्वारा लगाए गए 50% टैरिफ के दबाव से निपटने में मदद करेगा।
दो स्तरीय जीएसटी संरचना का कार्यान्वयन
जीएसटी परिषद ने हाल ही में अपनी बैठक में वस्तु और सेवा कर (जीएसटी) को 5% और 18% की दो स्तरीय संरचना में विभाजित करने को मंजूरी दी। तंबाकू और संबंधित उत्पादों पर 40% की विशेष दर निर्धारित की गई है। नई दरें 22 सितंबर से लागू होंगी, जबकि तंबाकू उत्पादों पर 31 दिसंबर तक 28% कर और क्षतिपूर्ति उपकर लागू रहेगा। वर्तमान में जीएसटी चार स्लैब में लागू होता है: 5%, 12%, 18%, और 28%।
सोने और चांदी की कीमतों में वृद्धि
भारतीय सर्राफा बाजार में सोने ने मंगलवार को एक नया रिकॉर्ड बनाया। सोने की कीमत में एक दिन में 5080 रुपए की वृद्धि हुई, जिससे दिल्ली सर्राफा बाजार में इसकी कीमत 1,12,750 रुपए हो गई। विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक बाजार में मजबूती के कारण सोने की कीमतों में यह उछाल आया है। निवेशक वैश्विक अनिश्चितता के चलते सुरक्षित निवेश की ओर बढ़ रहे हैं, जिससे सोने की कीमतों में तेजी आई है।