जुबिन गर्ग की रहस्यमयी मौत: असम सरकार ने आयोजकों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया
जुबिन गर्ग की मौत का मामला तूल पकड़ता है
Shyamkanu Mahanta Lookout Notice: असम के प्रसिद्ध गायक जुबिन गर्ग की संदिग्ध मौत का मामला अब गंभीर मोड़ ले चुका है। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने शनिवार को बताया कि नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के आयोजक श्यामकनु महंता और जुबिन के प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। जुबिन की मृत्यु 19 सितंबर को सिंगापुर में समुद्र में डूबने से हुई, जहां वह इस फेस्टिवल में भाग लेने गए थे।
6 अक्टूबर को गुवाहाटी में पेश होने का आदेश
मुख्यमंत्री सरमा ने फेसबुक लाइव पर कहा कि दशहरा के कारण उन्हें अभी उपस्थित होने के लिए नहीं कहा गया है, लेकिन 6 अक्टूबर को दोनों को गुवाहाटी में बयान दर्ज कराने के लिए आना होगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि वे उपस्थित नहीं हुए, तो पुलिस सर्च ऑपरेशन को तेज कर देगी। इसके अलावा, यदि वे CID के सामने पेश नहीं होना चाहते, तो वे न्यायालय का सहारा ले सकते हैं।
आयोजक के बैंक खाते सील...
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सरकार ने श्यामकनु महंता के बैंक खाते और क्रेडिट कार्ड को फ्रीज़ कर दिया है, जिससे उनका विदेश में रहना संभव नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि वे भाग न सकें और जल्द से जल्द पूछताछ में सहयोग करें।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और न्यायिक जांच
सरमा ने बताया कि सिंगापुर की ऑटोप्सी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जबकि गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज में किया गया दूसरा पोस्टमॉर्टम पूरा हो चुका है। मामले की पारदर्शी जांच सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री ने गौहाटी हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर एक सिटिंग जज की अध्यक्षता में न्यायिक आयोग गठित करने की सिफारिश की है।
CBI जांच की संभावनाएं
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यदि असम पुलिस न्याय नहीं दिला पाई, तो वह गृह मंत्री अमित शाह को सूचित करेंगे कि केस को CBI जांच के लिए सौंपा जाए।
फैंस का गुस्सा और अस्थिरता की आशंका
जुबिन गर्ग की मौत से उनके प्रशंसक बेहद दुखी हैं। गुरुवार को कुछ उपद्रवियों ने जुबिन के प्रबंधक के घर पर हमला किया और पुलिस वाहनों पर पत्थर फेंके। एक प्रशंसक ने आत्महत्या की कोशिश में पुल से कूदने का प्रयास भी किया। पुलिस की छापेमारी के दौरान महंता और शर्मा अपने घरों पर नहीं मिले, और रिपोर्ट्स के अनुसार जुबिन के प्रबंधक का परिवार भी गायब है।
मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की है कि "जुबिन के नाम पर असम में कोई सरकार विरोधी राजनीति न की जाए" और राज्य को "नेपाल" बनने से रोका जाए। नेपाल में हाल ही में सोशल मीडिया बैन को लेकर बड़ा आंदोलन हुआ था, जिससे असम में भी ऐसी स्थिति की आशंका जताई गई है।