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जून में शाकाहारी थाली की कीमतों में गिरावट, सब्जियों की कीमतों में भारी कमी

जून महीने में शाकाहारी थाली की कीमतों में 8% और मांसाहारी थाली में 6% की गिरावट आई है, जो मुख्य रूप से सब्जियों की कीमतों में कमी के कारण है। रिपोर्ट के अनुसार, टमाटर की कीमतों में 24% की गिरावट आई है, जबकि प्याज और आलू की कीमतों में भी कमी आई है। हालांकि, मौसम में बदलाव के कारण आने वाले महीनों में कीमतों में वृद्धि की संभावना है। जानें इस रिपोर्ट में और क्या जानकारी दी गई है।
 

शाकाहारी थाली की कीमतों में कमी

टमाटर और प्याज: जून महीने में घर पर बनी शाकाहारी थाली की कीमतों में 8 प्रतिशत की कमी आई है, जो मुख्य रूप से सब्जियों की कीमतों में भारी गिरावट के कारण हुआ है। यह जानकारी क्रिसिल इंटेलिजेंस द्वारा मंगलवार को जारी की गई रिपोर्ट में दी गई है।


मांसाहारी थाली की कीमतों में भी गिरावट

रिपोर्ट के अनुसार, मांसाहारी थाली की कीमत में भी 6 प्रतिशत की कमी आई है, जिसका मुख्य कारण ब्रोइलर के दामों में 3 प्रतिशत की कमी है। ब्रोइलर मांस, जो एक मांसाहारी थाली की कुल लागत का लगभग 50 प्रतिशत होता है, इस गिरावट का प्रमुख कारण बना।


टमाटर की कीमतों में गिरावट

टमाटर की कीमतों में भारी गिरावट


क्रिसिल इंटेलिजेंस के निदेशक पुषन शर्मा के अनुसार, 'टमाटर की कीमतों में विशेष रूप से भारी गिरावट आई है।' उन्होंने बताया कि टमाटर की कीमतें जून 2024 में 42 रुपये प्रति किलो से घटकर जून 2025 में 32 रुपये प्रति किलो हो गईं, जो 24 प्रतिशत की कमी है। यह गिरावट पिछले साल की खराब फसल के कारण आई है।


प्याज और आलू की कीमतों में कमी

प्याज और आलू की कीमत


इसके साथ ही प्याज और आलू की कीमतों में भी क्रमशः 27 प्रतिशत और 20 प्रतिशत की गिरावट आई है। हालांकि, आने वाले महीनों में थाली की कीमतों में वृद्धि हो सकती है। पुषन शर्मा ने कहा कि मौसम में बदलाव के कारण सब्जियों की कीमतों में वृद्धि हो सकती है, विशेषकर प्याज की कीमतों में।


महंगाई की संभावनाएं

इसके अलावा, टमाटर की कमजोर समर बुआई भी आने वाले महीनों में थाली की कीमतों पर दबाव डाल सकती है। हालांकि, जून में थाली के दाम में साल दर साल गिरावट के बावजूद, मई के मुकाबले जून में शाकाहारी थाली की कीमत में 3 प्रतिशत और मांसाहारी थाली में 4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कुल मिलाकर, क्रिसिल द्वारा किए गए आंकलन से पता चलता है कि भले ही इस साल कीमतें घट रही हों, लेकिन आने वाले महीनों में महंगाई बढ़ सकती है.