जौनपुर बस दुर्घटना: धार्मिक यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं की जान गई
जौनपुर में हुआ भयानक बस हादसा
Jaunpur Bus Accident : उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में एक दुखद घटना सामने आई है, जिसमें छत्तीसगढ़ से धार्मिक स्थलों की यात्रा पर निकली एक लग्जरी स्लीपर बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। यह बस अयोध्या से वाराणसी की ओर जा रही थी, जब जौनपुर के लाइन बाजार थाना क्षेत्र के सिहीपुर क्रॉसिंग के पास यह हादसा हुआ। बस ने ट्रेलर को ओवरटेक करने का प्रयास किया, जिससे वह टकरा गई। इस दुर्घटना में चार लोगों की मौके पर ही मृत्यु हो गई और नौ अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
दुर्घटना के समय की स्थिति
बस में लगभग 50 यात्री सवार थे, जिनमें से अधिकांश छत्तीसगढ़ के निवासी थे। ये श्रद्धालु अयोध्या में रामलला के दर्शन के बाद वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन के लिए जा रहे थे। यह हादसा देर रात (रविवार) को हुआ, और घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें से गंभीर रूप से घायल यात्रियों को वाराणसी रेफर किया गया।
ओवरटेक के दौरान हुआ संतुलन बिगड़ना
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस चालक ट्रेलर को ओवरटेक करने का प्रयास कर रहा था, लेकिन तेज गति और संतुलन खोने के कारण बस ट्रेलर से टकरा गई। टक्कर इतनी भयंकर थी कि बस का दाहिना हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया, और कई यात्री अपनी सीटों में फंस गए। पुलिस और स्थानीय लोगों ने मिलकर फंसे हुए यात्रियों को बाहर निकाला और उन्हें अस्पताल पहुंचाया।
बचाव कार्य में जुटे पुलिस और स्थानीय लोग
हादसे के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए क्रेन की मदद से बस को सड़क से हटवाया और हाईवे पर जाम को खुलवाया। स्थानीय लोगों ने भी बचाव कार्य में मदद की, जिससे घायलों को जल्दी से अस्पताल पहुंचाया जा सका। पुलिस ने हादसे में मारे गए यात्रियों की पहचान करना शुरू कर दिया है और उनके परिजनों को सूचित किया जा रहा है। इस दौरान, जिले के एसपी डॉक्टर कौस्तुभ ने भी घटनास्थल का दौरा किया और बचाव कार्यों का निरीक्षण किया।
अवैध ट्रेलर पार्किंग और ओवरटेकिंग की समस्या
स्थानीय लोगों का कहना है कि सिहीपुर क्रॉसिंग के पास लंबे समय से ट्रेलरों की अवैध पार्किंग और ओवरटेकिंग की समस्या बनी हुई है। यह दुर्घटना इस समस्या का नतीजा हो सकती है, क्योंकि कई बार ओवरटेक करते समय ट्रेलरों से टकराने की घटनाएं हो चुकी हैं। स्थानीय प्रशासन से इस समस्या के समाधान की मांग की जा रही है, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
अस्पताल में आपात व्यवस्था की गई
हादसे की सूचना मिलते ही जिला अस्पताल में आपात व्यवस्था की गई थी। 108 एंबुलेंस सेवाएं घायलों को अस्पताल में पहुंचाने के लिए लगातार काम करती रही। अस्पताल प्रशासन ने घायलों की तत्काल चिकित्सा सेवा प्रदान की और उनके इलाज के लिए आवश्यक कदम उठाए। इस घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और यातायात की समस्या को उजागर किया है, और अब यह जरूरी हो गया है कि प्रशासन इस दिशा में सख्त कदम उठाए।
सड़क सुरक्षा की गंभीर समस्याएं
यह हादसा न केवल धार्मिक यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं के लिए एक दुखद घटना है, बल्कि यह सड़क सुरक्षा की गंभीर समस्याओं को भी दर्शाता है। ओवरटेकिंग और अवैध पार्किंग जैसे मुद्दे यदि सही समय पर न सुलझाए गए, तो भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाएं और भी हो सकती हैं। प्रशासन और स्थानीय प्रशासन को इस मामले में सक्रिय कदम उठाने की जरूरत है, ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।