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झांसी में दहेज विवाद के चलते महिला ने की आत्महत्या

उत्तर प्रदेश के झांसी में एक 28 वर्षीय महिला ने दहेज विवाद के चलते आत्महत्या कर ली। पति पर गंभीर आरोप हैं कि उसने पत्नी को दहेज के लिए परेशान किया। घटना के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। जानें इस दुखद घटना के पीछे की पूरी कहानी और परिवार के आरोप।
 

झांसी में दहेज विवाद की दुखद घटना

झांसी दहेज विवाद: उत्तर प्रदेश के झांसी में एक दुखद घटना सामने आई है। प्रेमनगर थाना क्षेत्र के बिजौली इलाके में 28 वर्षीय शालनी ने घरेलू विवाद के चलते आत्महत्या कर ली। जब शालनी ने फांसी लगाने का प्रयास किया, तब उसका पति गोविंद सिंह परिहार उसे बचाने के बजाय वीडियो बना रहा था।


जानकारी के अनुसार, गुरुवार सुबह शालनी और उसके पति के बीच खाना बनाने में देरी को लेकर विवाद हुआ। झगड़े के बाद, शालनी ने पति के लिए खाना तो बना दिया, लेकिन गुस्से में जाकर कमरे में चली गई और दरवाजा बंद कर लिया। इस दौरान उसने मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह की कोशिश की, लेकिन अंततः पंखे से फांसी लगाकर जान दे दी।


पति ने बचाने का प्रयास किया

गोविंद ने कमरे में जाकर उसे रोकने की कोशिश की और इस दौरान मोबाइल से पूरी घटना का वीडियो भी बनाया। हालांकि, सभी प्रयासों के बावजूद शालनी को बचाया नहीं जा सका। घटना की सूचना पुलिस को दी गई, जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।


परिजनों ने पति पर गंभीर आरोप लगाए

मृतका की शादी डेढ़ साल पहले गोविंद सिंह परिहार से हुई थी और उनका एक पांच महीने का बच्चा भी है। शालनी का मायका हमीरपुर जिले के राठ में है। शालनी के परिजनों ने पति पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसकी मां शकुंतला ने कहा कि दामाद गोविंद लगातार पैसों की मांग करता था और बेटी को दहेज के लिए परेशान करता था।


दहेज उत्पीड़न का मामला

परिजनों ने बताया कि हाल ही में गोविंद ने शालनी को घर से निकाल दिया था और बाद में वापस बुलाकर फिर से पैसों की मांग शुरू कर दी थी। यहां तक कि तलाक के कागजात तैयार करने और पांच लाख रुपये की मांग करने की भी बात कही गई। परिवार वालों का आरोप है कि शालनी की हत्या की गई है और यह पूरा मामला दहेज उत्पीड़न से जुड़ा हुआ है।


प्रारंभिक जांच में खुलासा

पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में मामला आत्महत्या का प्रतीत होता है। प्रेमनगर थाना प्रभारी रवि श्रीवास्तव ने बताया कि घटना के पीछे पति-पत्नी के बीच घरेलू विवाद और झगड़ा ही प्रमुख कारण नजर आ रहा है। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट और आगे की जांच से ही असली सच सामने आएगा। यह मामला एक बार फिर से दहेज उत्पीड़न और घरेलू हिंसा जैसे गंभीर मुद्दों को उजागर करता है। शालनी जैसी शिक्षित महिला, जिसने एमए तक पढ़ाई की थी, आखिरकार घरेलू कलह और दहेज के दबाव में जान गंवाने पर मजबूर हो गई।