झारखंड में माओवादियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई
सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच मुठभेड़
झारखंड के हजारीबाग ज़िले में सोमवार की सुबह सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच एक गंभीर मुठभेड़ हुई। यह घटना गोरहर थाना क्षेत्र के पंतीत्री जंगल में सुबह लगभग 4:20 बजे शुरू हुई। पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ने बताया कि इस संयुक्त ऑपरेशन में तीन माओवादी मारे गए।इन माओवादियों में प्रमुख सहदेव सोरेन शामिल था, जिस पर सरकार ने ₹1 करोड़ का इनाम रखा था। इसके अलावा, रघुनाथ हेम्ब्रम (₹25 लाख का इनाम) और वीरसेन गंझू (₹10 लाख का इनाम) भी मारे गए हैं।
CRPF ने बताया कि घटनास्थल से तीन AK-47 राइफलें और बड़ी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया गया है। यह मुठभेड़ कई हफ्तों से चल रही तलाशी और खुफिया जानकारी के आधार पर की गई कार्रवाई का हिस्सा थी।
पुलिस ने पुष्टि की है कि इलाके में तलाशी अभियान अभी भी जारी है। माओवादियों के छिपे ठिकानों की खोज की जा रही है और सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं।
कोबरा यूनिट की सफलता: 2025 में अब तक 209 कोबरा यूनिट ने नक्सल विरोधी अभियानों में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है। अब तक 20 बड़े नक्सलियों को मार गिराया गया है, जिनमें दो केंद्रीय समिति सदस्य, चार क्षेत्रीय नेता और कई सक्रिय कैडर शामिल हैं।
इस कार्रवाई में 32 ऑटोमैटिक हथियार, 345 किलो विस्फोटक, 2500 से अधिक कारतूस और भारी मात्रा में युद्ध सामग्री भी जब्त की गई है।
यह मुठभेड़ झारखंड में माओवादियों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण प्रहार मानी जा रही है। इनामी नक्सलियों का मारा जाना सुरक्षा बलों के लिए मनोबल बढ़ाने वाला है।