×

ट्रंप का दावा: भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने में सफल

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित युद्ध को रोकने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने व्यापार को हथियार बनाकर दोनों देशों को संघर्ष समाप्त करने के लिए मजबूर किया। ट्रंप का यह दावा राजनीतिक विवाद को जन्म दे रहा है, खासकर राहुल गांधी के बयान के बाद। जानें इस मुद्दे पर ट्रंप के अन्य बयान और उनके प्रभाव के बारे में।
 

ट्रंप का दावा

नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने का दावा किया है। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने दो परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच संभावित युद्ध को टाल दिया। उनका यह भी कहना है कि यदि वे हस्तक्षेप नहीं करते, तो यह संघर्ष परमाणु युद्ध में बदल सकता था। अपने आधिकारिक विमान एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए ट्रंप ने बताया कि उन्होंने व्यापार को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर दोनों देशों को तुरंत संघर्ष समाप्त करने के लिए मजबूर किया। अब तक, ट्रंप इस मुद्दे पर 12 बार बयान दे चुके हैं।


ट्रंप ने शुक्रवार को कहा, 'मैंने कुछ ऐसा किया है जिसके बारे में लोग ज्यादा बात नहीं करते, और मैं भी ज्यादा नहीं बोलता। हमने भारत और पाकिस्तान के बीच एक बड़ी संभावित परमाणु समस्या को सुलझाया। मैंने दोनों देशों के नेताओं से बात की। दोनों देश एक-दूसरे पर हमले के लिए तैयार थे, और यह न्यूक्लियर वॉर के स्तर तक जा सकता था।' यह पहली बार है जब ट्रंप ने दावा किया है कि उन्होंने दोनों देशों के नेताओं से सीधे बात की।


इससे पहले, ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत में भी इसी तरह का दावा किया था। रूस ने ट्रंप के इस दावे को दोहराया है। पुतिन के सहयोगी यूरी उशाकोव ने कहा कि ट्रंप के सीधे हस्तक्षेप से यह संघर्ष रुका। उन्होंने बताया कि ट्रंप और पुतिन के बीच फोन कॉल में भी इस मुद्दे पर चर्चा हुई थी। ट्रंप बार-बार यह कह रहे हैं कि उन्होंने व्यापार और टैरिफ की धमकी देकर भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध को रोका। वे दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति रामफोसा और रूस के राष्ट्रपति पुतिन के साथ बातचीत में भी यह दावा कर चुके हैं। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मामले में एक बार भी बयान नहीं दिया और न ही यह कहा कि ट्रंप झूठ बोल रहे हैं। इस पर राहुल गांधी ने टिप्पणी की कि, 'ट्रंप ने एक फोन किया और नरेंद्र जी ने सरेंडर कर दिया।' राहुल के इस बयान के बाद राजनीतिक विवाद और बढ़ गया है।