ट्रंप ने छह देशों पर नए टैरिफ का ऐलान किया
टैरिफ संबंधी पत्रों का जारी होना
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को छह देशों के लिए नए टैरिफ संबंधी पत्र जारी किए हैं, जिसमें उन्होंने उच्च दरों पर आयात शुल्क लगाने का निर्णय लिया है। यह कदम उन देशों के खिलाफ उठाया गया है, जिनके साथ अमेरिका के व्यापारिक संबंध ट्रंप के अनुसार "एकतरफा और असंतुलित" रहे हैं। राष्ट्रपति बनने के बाद से ट्रंप लगातार 'अमेरिका फर्स्ट' नीति के तहत विभिन्न देशों पर शुल्क लगाते आ रहे हैं, और अब उन्होंने एक बार फिर दुनिया को चेताया है कि अमेरिका में उत्पादन करो या टैक्स भरो.
नए टैरिफ की दरें
ट्रंप द्वारा जारी किए गए नए टैरिफ पत्रों में अल्जीरिया, इराक और लीबिया पर 30% शुल्क निर्धारित किया गया है। वहीं, ब्रुनेई और मोल्दोवा पर 25% और फिलीपींस पर 20% शुल्क लागू किया गया है। ये दरें अप्रैल में घोषित प्रारंभिक प्रस्तावों के समान हैं, हालांकि कुछ देशों के लिए दरों में मामूली कमी की गई है। अप्रैल में ट्रंप ने लगभग सभी व्यापारिक साझेदारों पर 10% आयात शुल्क लगाया था, लेकिन कई देशों के लिए उस समय ऊंचे टैरिफ टाल दिए गए थे, जिनकी अब घोषणा की गई है.
अमेरिकी उत्पादन को बढ़ावा देने की अपील
अपने पत्रों में ट्रंप ने इन देशों से आग्रह किया है कि वे अमेरिकी धरती पर उत्पादन करें ताकि टैरिफ से बच सकें। उन्होंने यह भी कहा कि यदि ये देश जवाबी कार्रवाई में टैरिफ लगाते हैं, तो अमेरिका को कठोर शुल्क लगाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। ट्रंप का मानना है कि मौजूदा व्यापारिक समझौते अमेरिकी उद्योगों के लिए हानिकारक हैं और उन्हें संतुलित करना अत्यंत आवश्यक है। यह संदेश पहले जारी पत्रों के समान है, जो उन्होंने इसी सप्ताह की शुरुआत में कुछ अन्य देशों को भेजे थे.
अन्य सेक्टरों पर भी निगाह
डोनाल्ड ट्रंप केवल देशों पर ही नहीं, बल्कि विशेष उद्योगों पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने पहले से ही स्टील, एल्यूमीनियम और ऑटोमोबाइल सेक्टर पर विशेष टैरिफ लगाए हैं। अब उन्होंने संकेत दिया है कि जल्द ही तांबे और फार्मास्युटिकल उत्पादों पर भी शुल्क लगाए जा सकते हैं। मंगलवार को उन्होंने कहा कि इन दो क्षेत्रों में भी अमेरिका के साथ अन्य देशों का व्यवहार संतुलित नहीं है। नई टैरिफ दरें 1 अगस्त तक प्रभावी हो सकती हैं.