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ट्रेन यात्रियों के लिए IRCTC की सेवाएं बनीं परेशानी का सबब, क्या है समस्या?

13 दिसंबर 2025 को IRCTC की वेबसाइट और ऐप पर तत्काल टिकट बुकिंग में आई समस्याओं ने यात्रियों को परेशान कर दिया। सोशल मीडिया पर कई उपयोगकर्ताओं ने एरर मैसेज और कनेक्शन इश्यू की शिकायत की। रेल मंत्री के दावों के बावजूद, यात्रियों का कहना है कि सिस्टम में सुधार की आवश्यकता है। जानें इस मुद्दे पर यात्रियों की क्या राय है और रेलवे ने क्या कदम उठाए हैं।
 

ट्रेन यात्रियों को आई परेशानी


13 दिसंबर 2025 को, देशभर में ट्रेन यात्रियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा। मंगलवार को, IRCTC की वेबसाइट और ऐप पर तत्काल टिकट बुकिंग के दौरान बार-बार एरर मैसेज आने की शिकायतें सामने आईं। कई उपयोगकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी व्यक्त की और रेलवे प्रणाली की आलोचना की।


यूजर्स की नाराजगी

सोशल मीडिया पर लोगों ने स्क्रीनशॉट साझा किए, जिनमें 'एरर' या 'कनेक्शन इश्यू' का संदेश दिखाई दे रहा था। एक उपयोगकर्ता ने कहा कि तत्काल बुकिंग केवल दलालों के लिए होती है, जबकि आम लोग टिकट नहीं बुक कर पाते। दूसरे ने सवाल उठाया कि हर बार यही समस्या क्यों आती है। कुछ ने ऐप की गुणवत्ता पर सवाल उठाया और कहा कि समय बर्बाद होने से मानसिक तनाव होता है। कई लोगों ने पेमेंट कटने के बावजूद टिकट न मिलने की भी शिकायत की।




समस्या का विस्तार

हालांकि कोई बड़ा आउटेज नहीं हुआ, लेकिन सुबह 10 से 11 बजे के बीच तत्काल बुकिंग के समय सिस्टम में हैंग होने की समस्या आई। डाउनडिटेक्टर पर लगभग 56 शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें अधिकांश वेबसाइट और ऐप से संबंधित थीं। उपयोगकर्ताओं का कहना है कि पेमेंट सफल हो जाता है, लेकिन टिकट कन्फर्म नहीं होता।


रेल मंत्री के बयान के बाद बढ़ा विवाद

यह शिकायतें तब आईं जब रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 4 दिसंबर को कहा था कि अप्रैल से अक्टूबर 2025 तक IRCTC वेबसाइट 99.98% समय कार्यरत रही। अब लोग पूछ रहे हैं कि इतने अच्छे सिस्टम में तत्काल बुकिंग के समय समस्या क्यों उत्पन्न होती है। IRCTC ने कुछ शिकायतों का जवाब देते हुए कहा कि समस्या की जांच के लिए उनकी हेल्पलाइन से संपर्क करें।


हालांकि, बड़े स्तर पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया। यात्रियों की मांग है कि सिस्टम को मजबूत किया जाए ताकि आम लोग आसानी से टिकट बुक कर सकें। यह समस्या नई नहीं है, लेकिन हर बार त्योहारों या पीक सीजन में अधिक सामने आती है। उम्मीद है कि रेलवे जल्द ही इस समस्या का स्थायी समाधान निकालेगा।