डिप्टी सीएम अजित पवार और आईपीएस अंजना कृष्णा के बीच विवादित बातचीत का वीडियो वायरल
डिप्टी सीएम और आईपीएस अधिकारी के बीच बहस
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार और आईपीएस अधिकारी अंजना कृष्णा के बीच हुई बहस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है। इस क्लिप में, डिप्टी सीएम अजीत पवार, आईपीएस अधिकारी को कार्रवाई करने के लिए धमकी देते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में यह स्पष्ट है कि पवार ने महिला अधिकारी से कहा, 'मैं डिप्टी चीफ मिनिस्टर हूं, क्या मैं तुम पर कार्रवाई करूं? क्या तुममें इतनी हिम्मत है?' यह घटना महाराष्ट्र के सोलापुर से संबंधित है।
इस बहस का मुख्य कारण यह था कि महिला अधिकारी ने डिप्टी सीएम को पहचानने में असफलता दिखाई, जिससे अजीत पवार नाराज हो गए और उन्हें फटकारने लगे। इस वीडियो ने महाराष्ट्र में राजनीतिक विवाद को जन्म दिया है। अजित पवार द्वारा अधिकारी का अपमान किए जाने पर शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, 'आप एक आईपीएस अधिकारी को धमका रहे हैं! वह तो अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करेंगी, तो फिर यह क्या है?' आइए जानते हैं आईपीएस अंजना कृष्णा के बारे में।
आईपीएस अधिकारी अंजना कृष्णा का परिचय
कौन हैं अंजना कृष्णा?
आईपीएस अधिकारी अंजना कृष्णा का पूरा नाम अंजना कृष्णा वीएस है। वर्तमान में, वह महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के करमाला में पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) के पद पर कार्यरत हैं। अंजना कृष्णा को तेजतर्रार और ईमानदार आईपीएस अधिकारियों में गिना जाता है। उन्होंने यूपीएससी सीएसई 2022-23 में एआईआर-355 रैंक प्राप्त की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अंजना कृष्णा का जन्म तिरुवनंतपुरम में हुआ था। उनके पिता कपड़े के व्यापारी हैं और मां कोर्ट में टाइपिस्ट के रूप में कार्यरत हैं।
डीएसपी का कार्रवाई के दौरान विवाद
सोलापुर में अवैध उत्खनन की शिकायत पर कार्रवाई
डीएसपी अंजना कृष्णा सोलापुर के कुर्डू गांव में सड़क निर्माण के लिए अवैध मुरुम (बजरी-रोड़ी) उत्खनन की शिकायत पर कार्रवाई करने गई थीं। इसी दौरान, स्थानीय लोगों और पुलिस के बीच बहस हो गई। इस बीच, एनसीपी के कार्यकर्ता बाबा जगताप ने सीधे उपमुख्यमंत्री अजित पवार को फोन किया और डीएसपी अंजना कृष्णा को फोन थमाया। अंजना कृष्णा उस समय उपमुख्यमंत्री की आवाज़ नहीं पहचान पाईं। अजित पवार ने अपनी पहचान बताई और कार्रवाई रोकने का अनुरोध किया, यह कहते हुए कि मुंबई में मराठा आंदोलन चल रहा है और माहौल तनावपूर्ण है, इसलिए अभी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं है।