डॉक्टरों की भूमिका: मरीज के मानसिक स्वास्थ्य को समझना है आवश्यक
डॉक्टर और नर्स का मुस्कान से मरीज की पीड़ा में कमी
- डॉ. सुषमा: मुस्कुराते डॉक्टर और नर्स मरीज की पीड़ा को कम कर सकते हैं
(फरीदाबाद) फरीदाबाद। राष्ट्रीय डॉक्टर्स दिवस के अवसर पर मेट्रो अस्पताल में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें शहर के प्रमुख चिकित्सकों को सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम की मुख्य वक्ता वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. सुषमा शर्मा थीं। उन्होंने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि डॉक्टर केवल चिकित्सा करने वाले नहीं होते, बल्कि समाज में विश्वास और आशा की नींव भी रखते हैं।
डॉ. सुषमा ने कहा कि डॉक्टर का कार्य केवल दवाइयां देना या ऑपरेशन करना नहीं है, बल्कि मरीज की संपूर्ण स्थिति को समझना और उसे मानसिक तथा भावनात्मक सहयोग प्रदान करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह भी कहा कि मरीज की बीमारी के साथ-साथ उसके मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना आवश्यक है। एक मुस्कुराता डॉक्टर मरीज के दर्द को आधा कम कर सकता है।
चिकित्सा को सेवा के रूप में अपनाएं: डॉ. सुषमा शर्मा
उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि चिकित्सा को केवल एक करियर या व्यवसाय के रूप में न देखें, बल्कि इसे सेवा के रूप में अपनाएं। जो व्यक्ति मानवता के प्रति समर्पित है, वही सच्चा डॉक्टर बन सकता है। इस अवसर पर अस्पताल के अन्य वरिष्ठ डॉक्टरों और स्टाफ को भी सम्मानित किया गया।
अस्पताल के यूरोलॉजी एवं किडनी ट्रांसप्लांट विभाग के निदेशक डॉ. रितेश मोंगा ने बताया कि डॉक्टर्स डे हर वर्ष उन सभी चिकित्सकों को समर्पित होता है। इस मौके पर अस्पताल के निदेशक, नर्सिंग स्टाफ और मरीजों ने भी डॉक्टरों को शुभकामनाएं दीं और उनके प्रति आभार व्यक्त किया।