डोनाल्ड ट्रंप का नया ट्रैवल बैन: 12 देशों पर पूर्ण प्रतिबंध
ट्रैवल बैन का प्रभाव
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लागू किया गया नया ट्रैवल बैन सोमवार, 9 जून से प्रभावी हो गया है। इस आदेश ने वैश्विक स्तर पर चर्चा को जन्म दिया है, क्योंकि यह 12 देशों के नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगाता है, जबकि सात अन्य देशों पर आंशिक पाबंदियां लागू की गई हैं।
ट्रंप का कार्यकारी आदेश
रिपोर्टों के अनुसार, राष्ट्रपति ट्रंप ने पिछले सप्ताह एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत 12 देशों के नागरिकों को अमेरिका में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। इस कदम का उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करना बताया गया है। ट्रंप ने कहा, “यह आदेश हमारे देश की सुरक्षा और हितों की रक्षा के लिए आवश्यक है।”
कौन से देश शामिल हैं?
ट्रंप ने इन 12 देशों पर प्रतिबंध क्यों लगाए?
4 जून 2025 को ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत 12 देशों के नागरिकों पर अमेरिका में प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध और सात अन्य देशों पर आंशिक पाबंदियां लगाई गई हैं। यह आदेश 9 जून 2025 से लागू हो गया है। ट्रंप प्रशासन ने इस ट्रैवल बैन को राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक हितों की रक्षा के लिए आवश्यक बताया है।
ट्रंप ने कहा, “यह आदेश हमारे देश की सुरक्षा और हितों की रक्षा के लिए जरूरी है।” प्रशासन का दावा है कि इन देशों से आतंकवाद और अन्य सुरक्षा खतरों का जोखिम है। इन 12 देशों में अफगानिस्तान, म्यांमार, चाड, कांगो गणराज्य, इक्वेटोरियल गिनी, इरिट्रिया, हैती, ईरान, लीबिया, सोमालिया, सूडान और यमन शामिल हैं। यह नीति ट्रम्प के पहले कार्यकाल में 2017 में लगाए गए यात्रा प्रतिबंधों की तर्ज पर है, जिसमें मुस्लिम बहुल देशों को निशाना बनाया गया था.
पूर्ण और आंशिक प्रतिबंध
जानिए पूर्ण प्रतिबंध में कौन-कौन से देश शामिल!
इस ट्रैवल बैन के दायरे में 12 देश शामिल हैं, जिनके नागरिक अब अमेरिका की यात्रा नहीं कर सकेंगे। ये देश हैं: अफगानिस्तान, म्यांमार, चाड, कांगो गणराज्य, इक्वेटोरियल गिनी, इरिट्रिया, हैती, ईरान, लीबिया, सोमालिया, सूडान और यमन। इन देशों के नागरिकों पर अमेरिका में प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित है.
आंशिक प्रतिबंध वाले देश
वहीं, ट्रंप प्रशासन के आदेश में सात अन्य देशों बुरुंडी, क्यूबा, लाओस, सिएरा लियोन, टोगो, तुर्कमेनिस्तान और वेनेजुएला के नागरिकों के लिए अमेरिका में प्रवेश पर आंशिक पाबंदियां लगाई गई हैं। इन देशों के यात्रियों को अतिरिक्त जांच और कुछ विशेष शर्तों का पालन करना होगा.
वैश्विक प्रभाव
ट्रंप प्रशासन के इस आदेश का क्या पड़ेगा वैश्विक प्रभाव!
इस ट्रैवल बैन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में मिश्रित प्रतिक्रियाएं उत्पन्न की हैं। कई देशों और मानवाधिकार संगठनों ने इसे भेदभावपूर्ण करार दिया है, जबकि ट्रंप प्रशासन इसे सुरक्षा के लिए अनिवार्य बता रहा है। इस नीति का असर वैश्विक यात्रा, व्यापार और राजनयिक संबंधों पर पड़ सकता है.