डोनाल्ड ट्रंप का भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष को रोकने का दावा
ट्रंप का विवादास्पद बयान
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हाल के समय में कई विवादों के कारण चर्चा में हैं। पहले, अमेरिका का राष्ट्रपति जब भी कुछ कहता था, तो दुनिया उसे गंभीरता से लेती थी, लेकिन अब स्थिति ऐसी है कि लोग उनकी बातों को ज्यादा महत्व नहीं दे रहे हैं। हाल ही में इजराइल और ईरान के बीच भी ट्रंप की सक्रियता देखी गई। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के दौरान भी ट्रंप ने बिना बुलाए हस्तक्षेप किया। अब उन्होंने फिर से अपने पुराने दावों को दोहराया है।
ट्रंप ने एक बार फिर यह दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित परमाणु संघर्ष को अकेले ही रोक दिया है। उन्होंने दोनों देशों के साथ व्यापारिक संबंध समाप्त करने की चेतावनी दी है। व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए ट्रंप ने कहा कि उन्होंने अपने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे नई दिल्ली और इस्लामाबाद को चेतावनी दें कि यदि उन्होंने लड़ाई जारी रखी, तो व्यापार पूरी तरह से रोक दिया जाएगा।
ट्रंप ने कहा, 'हमने भारत और पाकिस्तान के साथ कुछ बेहतरीन काम किए। यह शायद परमाणु हमले की दिशा में बढ़ रहा था। मुझे नहीं पता कि क्या कभी कोई ऐसा राष्ट्रपति हुआ है जिसने इससे ज्यादा काम किया हो।' उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने दोनों देशों को चेतावनी दी थी कि अमेरिका उनके साथ व्यापार नहीं करेगा यदि वे युद्ध कर रहे हैं।
ट्रंप ने आगे कहा, 'सर्बिया और कोसोवो में भी युद्ध होने वाला था। मैंने कहा कि यदि आप युद्ध करते हैं, तो अमेरिका के साथ कोई व्यापार नहीं होगा। यही स्थिति भारत और पाकिस्तान के साथ थी। मैंने दोनों के साथ बातचीत की और कहा कि सभी व्यापारिक सौदे रद्द कर दें।' उन्होंने यह भी बताया कि दोनों देशों ने उनसे संपर्क किया और पूछा कि उन्हें क्या करना चाहिए।
ट्रंप ने कहा कि दोनों देशों के नेताओं ने सहमति जताई कि वे परमाणु हथियारों का उपयोग नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, 'भारत जैसे बड़े देश के साथ मुझे लगता है कि हम एक समझौते पर पहुंचने वाले हैं, जिसके तहत हमें वहां व्यापार करने का अधिकार मिलेगा।' उन्होंने चीन के साथ व्यापार की भी बात की और कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष को समाप्त करने में मदद की है। हालांकि, भारत का कहना है कि यह सहमति दोनों सेनाओं के बीच बातचीत के बाद बनी थी।