डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी की की प्रशंसा, भारत-पाक युद्ध पर दिया बयान
ट्रंप की मोदी की तारीफ
नई दिल्ली - अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की है। दक्षिण कोरिया के बसान में आयोजित APEC CEO समिट में बोलते हुए, ट्रंप ने पीएम मोदी को 'Nicest Looking Guy' कहा और यह भी जोड़ा कि वह ऐसे दिखते हैं जैसे कोई अपने पिता को चाहता हो। ट्रंप ने कहा कि मोदी न केवल एक आकर्षक नेता हैं, बल्कि वे बेहद सख्त और निर्णायक भी हैं।
भारत-पाक युद्ध पर ट्रंप का बयान
भारत-पाक युद्ध पर बोले ट्रंप—“मेरे हस्तक्षेप से टला बड़ा संघर्ष”
ट्रंप ने अपने भाषण में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके हस्तक्षेप से दोनों परमाणु शक्तियों के बीच तनाव कम हुआ। उन्होंने कहा, “जब दोनों देशों के बीच स्थिति बिगड़ने लगी, मैंने प्रधानमंत्री मोदी और पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख से कहा कि यदि आप युद्ध करेंगे, तो हम व्यापार नहीं करेंगे।” ट्रंप ने आगे कहा कि दोनों देशों ने पहले तर्क किया कि युद्ध और व्यापार का कोई संबंध नहीं है, लेकिन मैंने समझाया कि 'दो परमाणु शक्तियों के बीच युद्ध' पूरी दुनिया को प्रभावित करेगा। ट्रंप ने दावा किया कि “करीब 24 घंटे के भीतर संघर्ष समाप्त हो गया—यह वास्तव में अद्भुत था।”
ट्रंप का मोदी के प्रति सम्मान
“मोदी के लिए मेरे मन में सम्मान और प्यार है”
ट्रंप ने यह भी कहा कि वे भारत के साथ व्यापार समझौते पर काम कर रहे हैं और उनके मन में प्रधानमंत्री मोदी के प्रति बहुत सम्मान और प्रेम है। उन्होंने कहा, “हमारे बीच बहुत अच्छे संबंध हैं। इसी तरह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री भी एक अच्छे व्यक्ति हैं।” पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन पर तंज कसते हुए ट्रंप ने कहा, “क्या आपको लगता है कि बाइडेन ऐसा कर पाते? मुझे नहीं लगता।”
भारत का स्पष्टीकरण
भारत का जवाब: संघर्षविराम DGMOs के स्तर पर तय हुआ
ट्रंप के इस दावे पर भारत ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम समझौता दोनों देशों के सेनाओं के संचालन महानिदेशकों (DGMOs) के बीच हुई प्रत्यक्ष बातचीत से तय हुआ था। भारत ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया था, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था। यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में किया गया था, जिसमें 26 नागरिकों की मौत हुई थी।