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ड्रीम स्पोर्ट्स का नया सफर: रियल मनी गेमिंग पर प्रतिबंध के बाद की रणनीतियाँ

केंद्र सरकार द्वारा रियल मनी गेमिंग पर प्रतिबंध लगाने के बाद, ड्रीम स्पोर्ट्स ने नई रणनीतियों की घोषणा की है। कंपनी के सीईओ हर्ष जैन ने इस निर्णय को अप्रत्याशित बताया, लेकिन उन्होंने सकारात्मकता बनाए रखी है। ड्रीम स्पोर्ट्स अब एआई का उपयोग करके नए अवसरों की खोज कर रही है और कर्मचारियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दे रही है। जानें कंपनी की भविष्य की योजनाएँ और उनके दृष्टिकोण के बारे में।
 

केंद्र सरकार का बड़ा फैसला

हाल ही में, केंद्र सरकार ने रियल मनी गेमिंग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया, जिसका सीधा प्रभाव भारत की प्रमुख गेमिंग कंपनी ड्रीम स्पोर्ट्स और इसके प्रमुख उत्पाद ड्रीम11 पर पड़ा है। इस निर्णय के कारण कंपनी की 95 प्रतिशत आय और 100 प्रतिशत मुनाफा समाप्त हो गया है, फिर भी कंपनी के सह-संस्थापक और सीईओ हर्ष जैन ने सकारात्मकता बनाए रखी है।


नॉकआउट पंच का सामना

मनीकंट्रोल को दिए गए एक साक्षात्कार में, जैन ने कहा कि यह कानून उनके लिए 'नॉकआउट पंच' जैसा है, लेकिन वे अभी भी आशान्वित हैं और नए दिशा में आगे बढ़ने की योजना बना रहे हैं।


अप्रत्याशित निर्णय

जैन ने बताया कि यह निर्णय पूरी तरह से अप्रत्याशित था। कंपनी सरकार के साथ 40 प्रतिशत जीएसटी पर बातचीत कर रही थी, लेकिन अचानक बैन की घोषणा कर दी गई। उन्होंने कहा कि सरकार के आदेश से पहले ही सभी कैश और पेड कॉन्टेस्ट बंद कर दिए गए थे, और अब कंपनी विज्ञापन आधारित फ्री-टू-प्ले मॉडल में परिवर्तित हो गई है।


नई संभावनाओं की खोज

ड्रीम स्पोर्ट्स अब एआई का उपयोग करके खेलों की दुनिया में नए अवसरों की खोज करने की योजना बना रही है। जैन के अनुसार, 'स्पोर्ट्स कंटेंट, कॉमर्स, फैन एंगेजमेंट, एनालिटिक्स, परफॉर्मेंस और मर्चेंडाइजिंग सभी एआई से प्रभावित होंगे और हम इसके लिए तैयार हैं।' उनके पास 500 इंजीनियरों की एक मजबूत टीम है जो इन चुनौतियों का समाधान खोजने में सक्षम है।


कर्मचारियों की सुरक्षा

हालांकि राजस्व में भारी गिरावट आई है, कंपनी ने कर्मचारियों की छंटनी से इनकार किया है। जैन ने कहा कि 'हमारे पास दो साल का कैश रिजर्व है, जो हमें नए उत्पाद विकसित करने में मदद करेगा।' उन्होंने यह भी कहा कि उनकी टीम की प्रतिभा ही उनकी असली ताकत है।


भविष्य की रणनीति

कंपनी का ध्यान अब स्पोर्ट्स कॉमर्स, मर्चेंडाइजिंग, एनालिटिक्स और कंटेंट क्रिएशन पर केंद्रित है। जैन ने स्वीकार किया कि शायद पूरी इंडस्ट्री को पहले ही कड़े स्तर पर सेल्फ-रेगुलेशन करना चाहिए था। हालांकि निवेशकों के लिए यह स्थिति चुनौतीपूर्ण है, जैन ने कहा कि कंपनी भारत में नए अवसरों पर काम करना जारी रखेगी।