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तमिलनाडु में निर्माण कार्य के दौरान 9 असम के श्रमिकों की दुखद मौत

तमिलनाडु के तिरुवल्लुर जिले में एन्नोर थर्मल पावर प्लांट में एक दुखद हादसे में असम के 9 श्रमिकों की जान चली गई। यह घटना तब हुई जब एक भारी चादर 30 फुट ऊंचाई से गिर गई। श्रमिकों की पहचान कर ली गई है और असम सरकार मृतकों के शवों को लाने के लिए तमिलनाडु प्रशासन के साथ समन्वय कर रही है। इस हादसे ने निर्माण कंपनी की सुरक्षा प्रथाओं पर सवाल उठाए हैं। जानें इस घटना के बारे में और अधिक जानकारी।
 

हादसे का विवरण


तिरुवल्लुर जिले के मिंजूर में एन्नोर थर्मल पावर प्लांट में कार्य के दौरान हुआ हादसा


तमिलनाडु के तिरुवल्लुर जिले के मिंजूर क्षेत्र में एक गंभीर घटना में असम के 9 श्रमिकों की जान चली गई। यह हादसा एन्नोर थर्मल पावर प्लांट के निर्माण कार्य के दौरान हुआ, जब 30 फुट ऊंचाई से एक भारी चादर अचानक गिर गई। कुछ श्रमिक उस पर काम कर रहे थे और इस दुर्घटना में वे भी नीचे गिर गए। इस घटना में 9 श्रमिकों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। इस मामले में राहत कार्य के लिए तमिलनाडु और असम की सरकारें मिलकर काम कर रही हैं। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस बात की जानकारी दी।


मृतकों की पहचान

असम के इन जिलों से संबंधित है मृतक


सीएम सरमा ने सोशल मीडिया पर बताया कि राज्य सरकार तमिलनाडु प्रशासन के साथ मिलकर मृतकों के शवों को जल्द से जल्द असम लाने की कोशिश कर रही है। मृतक श्रमिकों में से चार करबी आंगलोंग जिले और पांच होजाई जिले से थे। हादसे में मारे गए श्रमिकों की पहचान मुन्ना केम्प्राई, सोरबोजित थाउसेन, फाइबित फांगलू, बिदायुम पोरबोसा, पाबन सोरंग, प्रयांतो सोरंग, सुमन खरिकप, डिमराज थाउसेन और दीपक रैजुंग के रूप में हुई है। सीएम सरमा ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी संवेदनाएं मृतकों के परिवारों के साथ हैं।


हादसे की भयावहता

कुछ ही पल में हो गया हादसा


एक श्रमिक ने बताया कि यह सब कुछ पल भर में हुआ। उसने उस भयावह दृश्य को याद करते हुए कहा कि अचानक एक तेज आवाज आई और सब कुछ गिर गया। वह नया था और उस हिस्से का नाम नहीं जानता था, लेकिन उसने बताया कि यह बीच का जोड़ था।


निर्माण कंपनी पर सवाल

सवालों के घेरे में आई निर्माण कंपनी


इस घटना के बाद निर्माण कंपनी पर कई सवाल उठ रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि इतनी ऊंचाई पर काम कर रहे श्रमिकों की सुरक्षा के लिए कंपनी ने कोई उपाय क्यों नहीं किए। प्रदेश सरकार ने इस हादसे की जांच के आदेश दिए हैं ताकि सच्चाई का पता लगाया जा सके।