तेजस्वी यादव का एनडीए पर हमला, कहा- डराने की रणनीति अब नहीं चलेगी
बिहार में चुनावी सरगर्मी
जैसे-जैसे बिहार में चुनाव नजदीक आ रहा है, राजनीतिक गतिविधियाँ तेज होती जा रही हैं। राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने एनडीए पर तीखा हमला करते हुए 'जंगलराज' के आरोपों का जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि अब उनकी डराने की रणनीति काम नहीं आएगी।
तेजस्वी यादव का बयान
पटना में वैश्य प्रतिनिधि सम्मेलन में बोलते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि मुद्दों पर चर्चा नहीं होती, केवल 'जंगलराज' का जिक्र किया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 20 वर्षों से वे विपक्ष में हैं और एनडीए आज भी उनके लिए रो रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि एनडीए अपनी जिम्मेदारियों का जवाब क्यों नहीं देता और बिहार में व्यापार को बढ़ाने के लिए उनकी योजना क्या है।
डराने की राजनीति का अंत
तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि वह 18 महीने तक डिप्टी सीएम रहे हैं, और उस दौरान क्या लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकलते थे? उन्होंने भाजपा की डराने की राजनीति को असफल बताया। नीति आयोग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि बिहार गरीबी, पलायन और बेरोजगारी में सबसे ऊपर है।
बिहार में बढ़ते अपराध
उन्होंने एनडीए सरकार पर आरोप लगाया कि अगर उन्होंने एक भी चीनी मिल खोली होती, तो वे बता देते। शिक्षा और स्वास्थ्य के मामले में बिहार सबसे निचले स्तर पर है। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, 2005 के बाद से अपराध में लगातार वृद्धि हुई है। उन्होंने पूछा कि सुरक्षित माहौल बनाने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं।
बिहार की नई सरकार का सपना
तेजस्वी यादव ने कहा कि वे बिहार को ऐसी सरकार देना चाहते हैं, जहां शिक्षा, स्वास्थ्य, आय, सिंचाई, सुनवाई और कार्रवाई हो। आज न तो सुनवाई हो रही है और न ही कार्रवाई। हर जगह भ्रष्टाचार व्याप्त है। नीतीश कुमार 'जंगलराज' की बात करते हैं, लेकिन अपराधियों को पैरोल पर छोड़ देते हैं। बिहार में न तो न्याय है और न ही विकास।