तेजस्वी यादव का बिहार सरकार पर हमला: विकास की कमी और रोजगार का अभाव
बिहार में बदलाव की आवश्यकता
पटना। राजद के नेता और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने कहा कि यदि वर्तमान सरकार बिहार का सच में विकास चाहती, तो अब तक राज्य में बदलाव आ चुका होता। उन्होंने बताया कि “डबल इंजन” की सरकार पिछले 12 वर्षों से है और इससे पहले भी लगभग 20 वर्षों से ये लोग सत्ता में हैं, लेकिन न तो उद्योग आए, न रोजगार में वृद्धि हुई, और न ही लोगों की स्थिति में सुधार हुआ।
तेजस्वी यादव ने गृह मंत्री अमित शाह के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया दी है। अमित शाह ने कहा था कि बिहार में भूमि से जुड़ी समस्याओं के कारण उद्योग स्थापित करना कठिन है। तेजस्वी ने इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने पहले कभी ऐसा गृह मंत्री नहीं देखा, जो यह स्वीकार करे कि उसके देश के एक राज्य में उद्योग नहीं लग सकते।
तेजस्वी ने स्पष्ट किया कि इसका अर्थ है कि बीजेपी और एनडीए सरकार का बिहार के विकास के प्रति कोई इरादा नहीं है। वे न तो राज्य में रोजगार देना चाहते हैं और न ही विकास लाना चाहते हैं। उनका उद्देश्य केवल बिहार पर नियंत्रण बनाए रखना है।
तेजस्वी ने कहा कि इस बार बिहार की जनता ने ठान लिया है कि बदलाव आवश्यक है। उन्होंने अपने समर्थकों से कहा कि यह चुनाव केवल सत्ता का नहीं, बल्कि बिहार के भविष्य का है। बिहार के लोग अब खुद तय करेंगे कि राज्य का विकास किस दिशा में होगा।
तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि बिहार में 20 वर्षों से नीतीश कुमार की सरकार है और केंद्र में नरेंद्र मोदी 12 वर्षों से हैं। इसके बावजूद मधुबनी और दरभंगा में तीन चीनी मिलें बंद कर दी गईं। उन्होंने आश्वासन दिया कि जैसे ही उन्हें मौका मिलेगा, वे चीनी मिलें फिर से चालू करेंगे। उनका सपना है कि बिहार ऐसा बने कि किसी बिहारी को पढ़ाई, कमाई या दवाई के लिए बाहर न जाना पड़े।