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तेलंगाना के मुख्यमंत्री का विवादास्पद बयान, राजनीतिक हलचल तेज

तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने एक चुनावी सभा में ऐसा बयान दिया है, जिसने राजनीतिक हलचल मचा दी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की मौजूदगी ही मुस्लिम समुदाय की इज्जत की गारंटी है। इस बयान पर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है, जबकि कांग्रेस के नेता इसका समर्थन कर रहे हैं। जानें इस विवाद पर विभिन्न राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएँ और क्या है इस बयान का संदर्भ।
 

मुख्यमंत्री का बयान चर्चा का विषय


नई दिल्ली: तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने हाल ही में एक चुनावी सभा में ऐसा बयान दिया है, जिसने राजनीतिक जगत में हलचल मचा दी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की उपस्थिति ही मुस्लिम समुदाय की गरिमा की सुरक्षा करती है। इस बयान ने विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच विवाद उत्पन्न कर दिया है।


विपक्ष की प्रतिक्रिया

रेड्डी के इस बयान के बाद विपक्षी दल इसे वोट बैंक की राजनीति के रूप में देख रहे हैं, जबकि कांग्रेस के नेता इसका समर्थन कर रहे हैं। कुछ लोग मुख्यमंत्री से माफी की भी मांग कर रहे हैं।


बयान का संदर्भ

जुबली हिल्स विधानसभा क्षेत्र में 11 नवंबर को उपचुनाव होने वाले हैं। इसी चुनाव प्रचार के दौरान रेवंत रेड्डी ने सभा में कहा, "कांग्रेस है तो मुसलमान है, कांग्रेस है तो आपकी इज्जत है। अगर कांग्रेस नहीं होगी, तो आप कुछ भी नहीं रह जाएंगे।"


कांग्रेस का समर्थन

कांग्रेस पार्टी के भीतर इस बयान का समर्थन किया गया है। तेलंगाना सरकार में नए मंत्री और पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन ने कहा कि बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है। उनके अनुसार, "कांग्रेस और मुस्लिम समुदाय का संबंध आजादी के समय से है, और इसमें कुछ भी गलत नहीं है।"


भाजपा की तीखी प्रतिक्रिया

भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इस बयान को लेकर रेवंत रेड्डी और कांग्रेस पर तीखा हमला किया है। तेलंगाना भाजपा के अध्यक्ष एन रामचंद्र राव ने इसे समुदायों को विभाजित करने की राजनीति करार दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि कांग्रेस ने हमेशा लोगों को बांटकर सत्ता हासिल की है।


राव ने जुबली हिल्स के हिंदू मतदाताओं से अपील की कि वे इस बयान को याद रखें और चुनाव में इसका जवाब दें। भाजपा का मानना है कि यह बयान ध्रुवीकरण की कोशिश है।


अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष की नाराजगी

राज्य के अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष आबिद रसूल खान ने इस बयान की कड़ी निंदा की है। उन्होंने मांग की कि रेड्डी अपने शब्द वापस लें और सार्वजनिक रूप से माफी मांगें। खान के अनुसार, मुस्लिमों ने कांग्रेस के गठन में आजादी से पहले महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।


हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी पार्टी किसी समुदाय की मालिक नहीं हो सकती। संविधान सभी को धर्म की स्वतंत्रता देता है, और ऐसे बयान समुदायों के बीच दूरी बढ़ाते हैं।