त्योहारों के मौसम में यात्रा का नया ट्रेंड: भारतीय यात्री अब अनुभवों की तलाश में
फेस्टिव सीजन 2025 की तैयारी
Festive season 2025: त्योहारों का मौसम जल्द ही शुरू होने वाला है। 22 सितंबर से नवरात्रि, 2 अक्टूबर को दशहरा और 20 अक्टूबर को दिवाली का उत्सव मनाया जाएगा। इस अवसर पर कई परिवार और युवा यात्रा की योजना बना रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में यह देखा गया है कि त्योहार और सांस्कृतिक कार्यक्रम अब केवल परंपरा तक सीमित नहीं रह गए हैं, बल्कि यात्रा के प्रमुख कारण बन गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय यात्री अब केवल घर लौटने की परंपरा तक सीमित नहीं हैं, बल्कि त्योहारों को सेलिब्रेशन गेटअवे के रूप में भी अपना रहे हैं।
भारतीय यात्रियों की बढ़ती रुचि
रिपोर्ट के अनुसार, हर तीन में से एक भारतीय यात्री इस साल किसी विशेष इवेंट या त्योहार के आसपास यात्रा करने की योजना बना रहा है।
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71% यात्री किसी क्षेत्र या समुदाय के अनोखे सांस्कृतिक अनुभव को प्राथमिकता दे रहे हैं।
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59% यात्री नई संस्कृति का अनुभव करने के लिए यात्रा कर रहे हैं।
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56% यात्री स्थानीय त्योहारों को नजदीक से जीना चाहते हैं।
त्योहारी यात्राएं अब केवल मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि लोगों, संस्कृतियों और परंपराओं को जोड़ने का एक माध्यम भी बन गई हैं।
ट्रेंडिंग भारतीय डेस्टिनेशन
इस साल के सबसे अधिक ट्रेंडिंग भारतीय डेस्टिनेशन इस प्रकार हैं:
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उदयपुर (110% की साल-दर-साल वृद्धि)
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जयपुर (टॉप-5 में शामिल)
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दार्जिलिंग
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गोवा
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वाराणसी
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मुन्नार
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ऊटी
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वर्कला
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ऋषिकेश
इसके अलावा, वृंदावन में इस साल खास उछाल देखने को मिला है। यहां एकॉमोडेशन सर्च पिछले साल की तुलना में 150% तक बढ़ गया है।
विदेशी गंतव्य की ओर बढ़ता रुझान
भारतीय यात्री इस त्योहारी सीजन में एशिया-प्रशांत (APAC) क्षेत्र की ओर भी आकर्षित हो रहे हैं।
विदेशों में सबसे लोकप्रिय गंतव्य:
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दुबई
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सिंगापुर
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टोक्यो
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बैंकॉक
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ओसाका
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फुकेत
ये आंकड़े 1 अगस्त 2025 से 30 अगस्त 2025 के बीच हुई सर्च से लिए गए हैं। इसमें 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2025 तक की चेक-इन तिथियां शामिल हैं। यह आंकड़े सर्च इंटरेस्ट को दर्शाते हैं, जरूरी नहीं कि ये सभी बुकिंग में तब्दील हुए हों।
त्योहारों का नया अनुभव
त्योहारी सीजन केवल परिवार के साथ समय बिताने का अवसर नहीं है, बल्कि नई जगहों और संस्कृतियों को जानने का भी एक सुनहरा मौका है। इस बार की यात्रा ट्रेंड यह दर्शाता है कि भारतीय अब त्योहारों को सिर्फ मनाते नहीं, बल्कि उन्हें घूमने-फिरने और यादगार अनुभवों के साथ जीना चाहते हैं।