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दिल्ली-NCR में बाढ़ की स्थिति: जलस्तर में कमी, लेकिन संकट जारी

दिल्ली-NCR में यमुना नदी का जलस्तर घट रहा है, लेकिन बाढ़ का संकट अभी भी बना हुआ है। कई क्षेत्रों में जलभराव के कारण लोगों को अपने घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा है। राहत कार्य जारी हैं, लेकिन यातायात और रेल सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। जानें इस स्थिति के बारे में और अधिक जानकारी।
 

दिल्ली-NCR में बाढ़ की स्थिति

दिल्ली-NCR बाढ़: यमुना नदी का जलस्तर दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में हाल के दिनों में धीरे-धीरे घट रहा है, लेकिन बाढ़ का खतरा अभी भी बना हुआ है। हरियाणा के हथनी कुंड बैराज से पानी की मात्रा में कमी की जा रही है, और मौसम विभाग का कहना है कि हिमाचल प्रदेश में अगले कुछ दिनों में भारी बारिश की संभावना नहीं है। फिर भी, राजधानी और उसके आस-पास जलभराव और यातायात की समस्याएं बनी हुई हैं।


यमुना खादर क्षेत्र की कॉलोनियों में अभी भी पानी भरा हुआ है। सिविल लाइंस के बेला रोड और मोनेस्ट्री बाजार में जलभराव के कारण लगभग 50 परिवारों को अपने घर छोड़कर रिश्तेदारों या होटलों में शरण लेनी पड़ी है। घोंडा विधानसभा के गढ़ी मांडू गांव में जलभराव के चलते एक युवक की डूबने से मृत्यु हो गई। दिल्ली सचिवालय के निकट और रिंग रोड पर भी पंपिंग सेट लगाकर पानी निकालने का कार्य जारी है।


नालों के बंद होने से नई समस्या


यमुना और नजफगढ़ ड्रेन में जलस्तर बढ़ने के कारण इनमें गिरने वाले नालों को बंद कर दिया गया है, ताकि नदी का पानी शहर में न आए। इससे उत्तरी और पश्चिमी दिल्ली के साथ-साथ गुरुग्राम के सेक्टर 107 की हाउसिंग सोसायटियों में जलभराव की समस्या बढ़ गई है। मुखर्जी नगर के हकीकत नगर में नाराज लोगों ने जीटीबी नगर मेट्रो स्टेशन के बाहर सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। जहांगीरपुरी और हस्तसाल की डीडीए कॉलोनी में भी नाले का पानी सड़कों पर फैल रहा है।


यातायात और रेल सेवाएं प्रभावित


रिंग रोड पर जलभराव के कारण शुक्रवार को दिनभर जाम लगा रहा, हालांकि दोपहर के बाद स्थिति सामान्य हो गई। पुराना लोहा पुल पर पानी भरने के कारण तीसरे दिन भी ट्रेनों की आवाजाही बंद रही। सिद्धबली एक्सप्रेस और पूर्णागिरि जनशताब्दी सहित 45 ट्रेनें रद्द कर दी गईं, और लगभग 100 ट्रेनों के मार्ग में बदलाव किया गया। इससे दैनिक यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।


राहत के प्रयास


सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग और पीडब्ल्यूडी के अधिकारी पंपिंग सेट के माध्यम से पानी निकालने में जुटे हैं। अधिकारियों का कहना है कि नदी का जलस्तर और कम होने तक नाले खोलना जोखिम भरा होगा।