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दिल्ली के अस्पताल में यौन उत्पीड़न की घटनाएं: सुरक्षा पर सवाल

दिल्ली के जग प्रवेश चंद्र अस्पताल में हाल ही में यौन उत्पीड़न की दो गंभीर घटनाएं सामने आई हैं, जिसने मरीजों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच शुरू कर दी है। एक नाबालिग लड़की की दुखद मृत्यु के मामले में भी पुलिस ने कार्रवाई की है। इन घटनाओं ने अस्पतालों में सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं उत्पन्न की हैं। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।
 

दिल्ली में यौन उत्पीड़न की घटनाएं

दिल्ली अपराध: दिल्ली के जग प्रवेश चंद्र (जेपीसी) अस्पताल में हाल ही में दो गंभीर यौन उत्पीड़न की घटनाएं सामने आई हैं, जिन्होंने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। इन मामलों ने अस्पतालों में मरीजों की सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर गंभीर प्रश्न उठाए हैं। दिल्ली पुलिस ने इन घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच शुरू कर दी है। न्यू उस्मानपुर पुलिस थाने को एक महिला मरीज के साथ यौन उत्पीड़न की शिकायत मिली थी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जब वे मौके पर पहुंचे, तो उन्हें जानकारी मिली कि एक अन्य मरीज ने इस कृत्य को अंजाम दिया है।


अधिकारियों के अनुसार, "पुलिस टीम को घटनास्थल पर पता चला कि एक महिला मरीज के साथ दूसरे मरीज ने यौन उत्पीड़न किया। आरोपी की पहचान कच्ची खजूरी निवासी 23 वर्षीय मोहम्मद फैज के रूप में हुई है।" पुलिस ने न्यू उस्मानपुर थाने में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जांच अभी भी जारी है, और पुलिस अधिक जानकारी जुटाने में लगी हुई है।


नाबालिग लड़की की दुखद मृत्यु


इस महीने की शुरुआत में एक और दिल दहला देने वाली घटना में एक नाबालिग लड़की की यौन उत्पीड़न के बाद अस्पताल में मृत्यु हो गई। दिल्ली पुलिस ने बताया कि 7 जून को रात 8:41 बजे दयालपुर थाने में एक नाबालिग के साथ यौन उत्पीड़न की सूचना मिली थी। लड़की को उसके पिता बेहोशी की हालत में जेपीसी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मेडिकल स्टाफ ने उसके चेहरे पर चोट के निशान देखे और यौन उत्पीड़न की आशंका जताई।


पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 103(1), 66 और 13(2) के साथ-साथ POCSO अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। अपराध और फोरेंसिक विज्ञान की टीमें घटनास्थल का निरीक्षण कर रही हैं, और साक्ष्य एकत्र करने के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं।


सुरक्षा पर उठते सवाल


इन घटनाओं ने अस्पतालों में मरीजों, विशेषकर महिलाओं और नाबालिगों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। दिल्ली पुलिस ने आश्वासन दिया है कि दोनों मामलों में कड़ी कार्रवाई की जाएगी, और दोषियों को सजा दिलाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। अधिक जानकारी के लिए जांच के परिणामों का इंतजार किया जा रहा है।