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दिल्ली के लाल किला बम धमाके में एनआईए को मिली बड़ी सफलता

दिल्ली के लाल किला में हुए बम धमाके की जांच में एनआईए ने आमिर राशिद अली को गिरफ्तार किया है। आमिर पर आरोप है कि उसने इस धमाके की साजिश में भूमिका निभाई थी। एनआईए की जांच अब छह राज्यों में फैली हुई है, जिसमें कई डॉक्टरों से पूछताछ की जा रही है। जानें इस मामले में और क्या जानकारी सामने आई है।
 

एनआईए की पहली गिरफ्तारी

नई दिल्ली - दिल्ली के लाल किला में हुए बम धमाके की जांच कर रही एनआईए ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। इस मामले में पहली बार एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है। एनआईए ने आमिर राशिद अली नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो कि राष्ट्रीय राजधानी से पकड़ा गया। जानकारी के अनुसार, धमाके में इस्तेमाल की गई i20 कार आमिर के नाम पर रजिस्टर्ड थी।


आमिर राशिद अली का परिचय

आमिर का मूल निवास कश्मीर है। उस पर आरोप है कि उसने उमर के साथ मिलकर इस धमाके की योजना बनाई थी। दिल्ली में जिस कार का उपयोग किया गया, वह भी आमिर राशिद अली के नाम पर रजिस्टर्ड है। एनआईए की जांच में यह सामने आया है कि आमिर, जो जम्मू-कश्मीर के पंपोर का निवासी है, ने कुछ महीने पहले दिल्ली आकर इस कार को खरीदा था। कार खरीदने के बाद उसमें बम सेट किया गया। एनआईए अब अन्य संदिग्धों की तलाश में है, जिसके चलते उनकी जांच जम्मू-कश्मीर सहित छह राज्यों तक फैली हुई है।


जांच का दायरा

एनआईए की टीमें पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, दिल्ली और जम्मू-कश्मीर में लगातार छापेमारी कर रही हैं। एनआईए के डीजी सदानंत दाते स्वयं इस जांच की निगरानी कर रहे हैं और वर्तमान में श्रीनगर में हैं। वहां, वे डॉक्टर आदिल, डॉक्टर मुजम्मिल, डॉक्टर शाहीन और अन्य आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं।


डॉक्टरों की हिरासत

आज जीएमसी अनंतनाग में अंतिम वर्ष की छात्रा, हरियाणा की डॉ. प्रियंका शर्मा को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। सुरक्षा एजेंसियां यह जानने की कोशिश कर रही हैं कि क्या उनका डॉक्टर अदील या डॉक्टर उमर से कोई संबंध था। दिल्ली धमाके के मामले में अब तक 15 से अधिक डॉक्टर हिरासत में लिए जा चुके हैं, और कई अन्य डॉक्टर एजेंसी के रडार पर हैं। बड़ी संख्या में डॉक्टरों को सोशल मीडिया ग्रुप्स के माध्यम से कट्टरपंथी बनाया गया है।