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दिल्ली के श्री शारदा इंस्टीट्यूट में यौन उत्पीड़न के आरोप, आरोपी फरार

दिल्ली के श्री शारदा इंस्टीट्यूट में महिला छात्रों के खिलाफ यौन उत्पीड़न और धोखाधड़ी के गंभीर आरोपों की जांच चल रही है। शिकायत में बताया गया है कि आरोपी ने छात्राओं के साथ अभद्र व्यवहार किया और उन्हें धमकाया। पुलिस ने 32 छात्राओं के बयान दर्ज किए हैं, जिनमें से कई ने आरोपी के खिलाफ स्पष्ट आरोप लगाए हैं। आरोपी फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जांच जारी है।
 

यौन उत्पीड़न और धोखाधड़ी के गंभीर आरोप

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट (SRISIIM) में पढ़ाई कर रही महिला छात्रों के खिलाफ यौन उत्पीड़न और धोखाधड़ी के गंभीर आरोपों की जांच शुरू की है। शिकायत के अनुसार, आरोपी स्वामी चैतन्यनंद सरस्वती पार्थ सारथी ने ईडब्ल्यूएस छात्रवृत्ति के तहत पीजीडीएम कोर्स कर रही छात्राओं के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया, उन्हें अश्लील WhatsApp और SMS भेजे और शारीरिक संपर्क बनाने की कोशिश की।


यह शिकायत 4 अगस्त 2025 को श्री पी.ए. मुरली, प्रशासक, श्री शृंगेरी मठ द्वारा थाना वसंत कुंज नॉर्थ में दर्ज कराई गई। इसमें यह भी आरोप लगाया गया है कि संस्थान की कुछ महिला फैकल्टी और प्रशासनिक अधिकारी आरोपी की सहायता कर रहे थे और छात्राओं पर उसकी मांगें पूरी करने का दबाव बना रहे थे, जिससे उन्हें मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा।


पुलिस जांच के दौरान 32 छात्राओं के बयान दर्ज किए गए, जिनमें से 17 ने आरोपी के खिलाफ यौन उत्पीड़न, अश्लील संदेश और शारीरिक संपर्क बनाने के प्रयासों का स्पष्ट उल्लेख किया। छात्राओं ने बताया कि विरोध करने पर संस्थान के भीतर से ही दबाव बनाया जाता था और उन्हें चुप रहने को कहा जाता था।


पुलिस के अनुसार, आरोपी ने संस्थान के भीतर अपनी गहरी पहुंच बना रखी थी और छात्राओं को लंबे समय तक डराने-धमकाने की कोशिश करता रहा। यह स्पष्ट है कि यह कोई एक घटना नहीं, बल्कि लंबे समय से चल रहा उत्पीड़न का सिलसिला था।


मामले में भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपी के ठिकानों और संस्थान में कई जगह छापेमारी की है। जांच के तहत संस्थान से बरामद सीसीटीवी फुटेज, एनवीआर और हार्ड डिस्क को फॉरेंसिक लैब भेजा गया है। धारा 183 बीएनएसएस के तहत 16 पीड़ित छात्राओं के बयान न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी, पटियाला हाउस कोर्ट में दर्ज कराए गए हैं।


जांच के दौरान यह भी सामने आया कि संस्थान के बेसमेंट में खड़ी एक वोल्वो कार पर 39 UN 1 की फर्जी डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट लगी थी, जिसे आरोपी उपयोग कर रहा था। पुलिस ने कार को जब्त कर लिया है।


फिलहाल आरोपी स्वामी चैतन्यनंद सरस्वती पार्थ सारथी फरार है। पुलिस का कहना है कि उसकी तलाश जारी है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि छात्राओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है और मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए हर पहलू की गहराई से जांच की जा रही है।


पुलिस का कहना है कि छात्राओं के बयान, सीसीटीवी फुटेज और फॉरेंसिक सबूतों के आधार पर कानूनी कार्रवाई को अंतिम रूप दिया जाएगा और आरोपी को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।