दिल्ली धमाके में अल फलाह ग्रुप के चेयरमैन जवाद अहमद की गिरफ्तारी
दिल्ली धमाके की जांच में गिरफ्तारी
दिल्ली धमाके की ताजा जानकारी: दिल्ली में हुए धमाके की जांच के दौरान, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को अल फलाह ग्रुप के चेयरमैन जवाद अहमद सिद्दीकी को गिरफ्तार किया है। उनकी गिरफ्तारी मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित मामले में PMLA की धारा 19 के तहत की गई है। यह कार्रवाई हाल ही में अल फलाह से जुड़े स्थानों पर की गई छापेमारी के दौरान मिले सबूतों के आधार पर की गई है।
फर्जी मान्यता का आरोप
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अल फलाह ग्रुप के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की थीं, जिनके आधार पर यह कार्रवाई की गई है। इन एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि फरीदाबाद स्थित अल फलाह यूनिवर्सिटी ने एनएएसी से मान्यता प्राप्त होने का झूठा दावा किया, जिससे छात्रों और अभिभावकों को गुमराह किया गया। इसके अलावा, विश्वविद्यालय ने यूजीसी एक्ट, 1956 की धारा 12(ब) के तहत मान्यता प्राप्त होने का झूठा दावा किया।
अभिभावकों को धोखा देने का आरोप
आरोप है कि अल फलाह यूनिवर्सिटी ने छात्रों और अभिभावकों को धोखा देकर गलत लाभ उठाने का प्रयास किया। यूजीसी ने स्पष्ट किया है कि अल फलाह यूनिवर्सिटी केवल सेक्शन 2(एफ) के अंतर्गत एक राज्य निजी विश्वविद्यालय के रूप में मान्यता प्राप्त है। विश्वविद्यालय ने कभी भी सेक्शन 12(ब) के लिए आवेदन नहीं किया और न ही वह इस प्रावधान के तहत किसी प्रकार की ग्रांट्स पाने के योग्य है।
ईडी की छापेमारी
दिल्ली धमाके के बाद, लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट में अल फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े कुछ संदिग्धों का नाम सामने आया था। प्रारंभिक जांच में यह पाया गया कि हमलावर डॉ. उमर समेत कुछ संदिग्ध अल फलाह यूनिवर्सिटी में कार्यरत थे। हालांकि, धमाके के बाद अल फलाह ने संदिग्धों से संबंधों से इनकार किया था, लेकिन जांच में नई जानकारियाँ सामने आ रही हैं। ईडी ने मंगलवार को दिल्ली में 19 स्थानों पर छापेमारी की।