दिल्ली बम विस्फोट: अल-फलाह यूनिवर्सिटी पर दो एफआईआर दर्ज
फरीदाबाद में मस्जिदों और किरायेदारों की जांच
फरीदाबाद में लगभग एक हजार मस्जिदों की जांच
दिल्ली में लाल किले के पास हुए बम विस्फोट के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने फरीदाबाद और नूंह में जांच शुरू कर दी है। शनिवार को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने अल-फलाह यूनिवर्सिटी के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की हैं, जिनमें धोखाधड़ी और जालसाजी की धाराएं शामिल हैं। ये एफआईआर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) और राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) की कार्रवाई के बाद दर्ज की गईं।
आतंक के नेटवर्क का भंडाफोड़
फरीदाबाद और नूंह में आतंक के नेटवर्क को तोड़ने के लिए एनआईए और अन्य जांच एजेंसियों की टीमें मस्जिदों, किरायेदारों के कमरों, खाद-बीज की दुकानों और गेस्ट हाउस की जांच कर रही हैं। अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े डॉ. उमर, डॉ. मुजम्मिल और डॉ. शाहीन के संपर्क में आए लोगों पर नजर रखी जा रही है।
मस्जिदों में इमामों और बच्चों का रिकॉर्ड चेक
फरीदाबाद पुलिस ने पिछले चार दिनों से सर्च ऑपरेशन चलाया है, जिसमें 140 मस्जिदों और मदरसों की जांच की गई है। नमाज अदा कराने वाले इमामों का रिकॉर्ड और मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों की जानकारी एकत्र की जा रही है।
कश्मीरी किरायेदारों की जांच
पुलिस ने 500 से अधिक कश्मीरी किरायेदारों के दस्तावेजों की जांच की है। इसके अलावा, 1700 अन्य किरायेदारों की भी जांच की जा रही है जो विभिन्न राज्यों से फरीदाबाद में रह रहे हैं।
खाद-बीज विक्रेताओं से पूछताछ
बम विस्फोट में अमोनियम नाइट्रेट के उपयोग के चलते पुलिस ने फरीदाबाद और नूंह में 70 से अधिक खाद-बीज की दुकानों की जांच की है। इनमें से कुछ विक्रेताओं को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
गाड़ी डीलरों का रिकॉर्ड
पुलिस ने 200 से अधिक होटल, गेस्ट हाउस और धर्मशालाओं की जांच की है। दिल्ली बम विस्फोट में इस्तेमाल की गई गाड़ी फरीदाबाद के एक डीलर से खरीदी गई थी।
डॉ. उमर का एटीएम से पैसा निकालने का वीडियो
दिल्ली में विस्फोटक के साथ खुद को उड़ाने वाला अल-फलाह यूनिवर्सिटी का असिस्टेंट प्रोफेसर उमर नबी का नूंह में एटीएम के बाहर का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है।
दिल्ली बम विस्फोट में 13 लोगों की मौत
दिल्ली में हुए बम विस्फोट में 13 लोगों की जान गई। विस्फोट से पहले उमर की कार दिल्ली-मुंबई वडोदरा एक्सप्रेसवे पर देखी गई थी।
डॉ. मुजम्मिल की संदिग्ध गतिविधियाँ
डॉ. मुजम्मिल शकील फरीदाबाद में अल-फलाह यूनिवर्सिटी के पास एक अंडरग्राउंड इमारत का निर्माण करवा रहा था, जहां धार्मिक शिक्षा दी जा रही थी।