दिल्ली ब्लास्ट: एनआईए की जांच में डॉ. आदिल और शाहीन की भूमिका
दिल्ली ब्लास्ट की जांच में तेजी
एनआईए ने दिल्ली ब्लास्ट मामले में अपनी जांच को और तेज कर दिया है। अब, एनआईए डॉ. आदिल और शाहीन को फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी में लाने की योजना बना रही है। जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि डॉ. आदिल और आत्मघाती हमलावर डॉ. उमर नबी के बीच गहरी दोस्ती थी। यूनिवर्सिटी के परिसर में उमर ने आदिल की मुलाकात मुजम्मिल और शाहीन सईद से कराई। आदिल अक्सर उमर से मिलने के लिए यूनिवर्सिटी आया करता था।
आदिल ने फतेहपुरा तगा और धौज गांव में विस्फोट करने का विचार प्रस्तुत किया था, क्योंकि वहां मुस्लिम जनसंख्या अधिक है और बिना किसी औपचारिकता के कमरे किराए पर मिल जाते हैं।
आदिल और उमर की दोस्ती
आदिल और उमर नबी, जो दिल्ली ब्लास्ट में मारे गए थे, दोनों जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में एक सरकारी अस्पताल में काम करते थे। बाद में आदिल ने सहारनपुर में नौकरी शुरू की, जबकि उमर ने अल-फलाह यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में कार्यभार संभाला। दोनों अलग-अलग स्थानों पर रहने के बावजूद संपर्क में रहे।
आदिल का पारिवारिक पृष्ठभूमि
आदिल कुलगाम जिले के वानपुरा का निवासी है। उसने श्रीनगर मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की और अनंतनाग के सरकारी मेडिकल कॉलेज में रेजिडेंट डॉक्टर के रूप में काम किया। 2024 में, उसने अस्पताल से इस्तीफा देकर सहारनपुर में कई अस्पतालों में काम करना शुरू किया। हाल ही में, उसने एक प्रसिद्ध अस्पताल में लाखों के पैकेज पर नौकरी की। आदिल की पत्नी रुकैया एक मनोचिकित्सक हैं और उसका भाई भी डॉक्टर है।
एनआईए की जांच की दिशा
एनआईए अब शाहीन को यूनिवर्सिटी लाकर विस्तृत जानकारी प्राप्त करने की योजना बना रही है, जैसे कि वह वहां किससे मिलती थी और बैठकें कहाँ होती थीं। इसके अलावा, यह भी पता लगाया जाएगा कि शाहीन की गाड़ी में मिले हथियार यूनिवर्सिटी में कैसे लाए गए और उन्हें कहाँ छिपाया गया।