×

दिल्ली में आम आदमी पार्टी का भाजपा पर गंभीर आरोप

दिल्ली की राजनीति में रविवार को एक नया विवाद खड़ा हो गया जब आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसने एमसीडी के सफाईकर्मियों और शिक्षकों को छुट्टी के दिन जबरन रैली में भेजा। आप नेता आतिशी ने इसे सत्ता का दुरुपयोग करार दिया और कहा कि यह बेहद शर्मनाक है। कर्मचारियों ने भी अपनी मजबूरी बताई, जिसमें उन्हें बिना मर्जी के रैली में भेजा गया। इस घटना ने भाजपा का असली चेहरा उजागर किया है, और आप ने कार्रवाई की मांग की है।
 

दिल्ली की सियासत में हलचल

रविवार को दिल्ली की राजनीति में अचानक हलचल देखने को मिली जब आम आदमी पार्टी (आप) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली को लेकर गंभीर आरोप लगाए। पार्टी ने कहा कि भाजपा ने एमसीडी के सफाईकर्मियों और शिक्षकों को छुट्टी के दिन जबरन बुलाकर रैली में भेजा। आप के नेताओं ने वीडियो जारी करते हुए इसे सत्ता के दुरुपयोग का उदाहरण बताया और कहा कि भाजपा सरकारी कर्मचारियों का इस्तेमाल अपनी रैली की भीड़ बढ़ाने के लिए कर रही है.


आतिशी का आरोप

आप नेता आतिशी ने कहा कि जब आम जनता रैली में नहीं गई, तो भाजपा ने एमसीडी के कर्मचारियों पर दबाव डालकर उन्हें बसों में भरकर भेजा। उन्होंने इसे बेहद शर्मनाक बताया कि जिन कर्मचारियों की जिम्मेदारी शहर की सफाई है, उन्हें राजनीति में घसीटा जा रहा है। आतिशी ने इसे भाजपा की 'घटिया राजनीति' करार दिया और सवाल उठाया कि क्या एमसीडी का काम रैली की भीड़ बढ़ाना है।


कर्मचारियों की मजबूरी

वीडियो में कई सफाईकर्मियों ने खुलकर कहा कि उन्हें छुट्टी के दिन ड्यूटी के नाम पर बुलाया गया और बिना उनकी मर्जी के रैली में भेजा गया। एक कर्मचारी ने बताया कि उसकी पत्नी गर्भवती है, लेकिन नौकरी से निकालने की धमकी देकर उसे बस में बैठा दिया गया। एक महिला कर्मचारी ने कहा कि जन्माष्टमी के व्रत के अगले दिन भी उसे आराम का मौका नहीं मिला।


आप नेताओं का एकजुटता

आतिशी के साथ-साथ जनकपुरी वार्ड के पार्षद प्रवीण कुमार, दरियागंज से पार्षद सारिका चौधरी और आप युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष मुकेश कुमार ने भी भाजपा पर निशाना साधा। इन नेताओं ने कहा कि भाजपा की रैली में आम लोग जाने को तैयार नहीं थे, इसलिए सफाईकर्मियों, शिक्षकों और आशा वर्करों को बसों में भरकर ले जाया गया।


कर्मचारियों की शिकायतें

कई कर्मचारियों ने कहा कि पूरे हफ्ते काम करने के बाद रविवार ही उनका एकमात्र छुट्टी का दिन होता है। इस दिन वे घर के काम निपटाते हैं या आराम करते हैं, लेकिन इस बार उन्हें आराम का समय नहीं मिला। कर्मचारियों ने कहा कि यह कदम न केवल गलत है बल्कि अमानवीय भी है।


दलित कर्मचारियों का अपमान

आतिशी ने भाजपा पर आरोप लगाया कि गरीब दलित सफाई कर्मचारियों का अपमान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार इन कर्मचारियों से काम नहीं बल्कि राजनीति करवा रही है।


भाजपा को झटका

आप का कहना है कि इस घटना ने भाजपा का असली चेहरा उजागर कर दिया है। कर्मचारियों के वीडियो ने साबित कर दिया कि भाजपा ने जबरदस्ती का सहारा लिया। आप नेताओं ने मांग की कि एमसीडी कमिश्नर अश्विनी कुमार पर भी कार्रवाई की जाए।