दिल्ली में पीएम मोदी ने उद्घाटन किए नए बुनियादी ढांचा प्रोजेक्ट्स
दिल्ली में बुनियादी ढांचे का नया युग
PM Modi Inauguration Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज, रविवार को दिल्ली में दो महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन किया है। इन परियोजनाओं के माध्यम से नोएडा से दिल्ली एयरपोर्ट तक का सफर अब केवल 20 मिनट में पूरा किया जा सकेगा। अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 (यूईआर-2) और द्वारका एक्सप्रेसवे का दिल्ली खंड अब चालू हो गया है। यूईआर-2 को दिल्ली की नई 'बाहरी रिंग रोड' के रूप में जाना जा रहा है। यह कॉरिडोर लगभग 7,716 करोड़ रुपये की लागत से 76 किलोमीटर लंबा है, जो अलीपुर से महिपालपुर तक फैला हुआ है। यह छह लेन वाला कॉरिडोर मुंडका, बक्करवाला, नजफगढ़ और द्वारका जैसे क्षेत्रों को जोड़ते हुए दिल्ली-चंडीगढ़, दिल्ली-रोहतक और सोनीपत जैसे राष्ट्रीय राजमार्गों से भी जुड़ता है।
इसके साथ ही, द्वारका एक्सप्रेसवे का दिल्ली खंड भी चालू हो गया है। यह 29 किलोमीटर लंबा हिस्सा खेड़की दौला टोल प्लाजा से महिपालपुर स्थित शिव मूर्ति तक फैला है और अब यह गुरुग्राम खंड से पूरी तरह जुड़ चुका है। मार्च 2024 में गुरुग्राम खंड का उद्घाटन हुआ था। इन दोनों परियोजनाओं के शुरू होने से दिल्ली की मुख्य सड़कों और रिंग रोड पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा, साथ ही एयरपोर्ट, गुरुग्राम और जयपुर के लिए बेहतर कनेक्टिविटी भी मिलेगी।
दिल्ली के जाम से राहत
दिल्ली के जाम से राहत
उद्घाटन समारोह में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और कई अन्य बीजेपी नेता उपस्थित रहेंगे। अधिकारियों का कहना है कि ये एक्सेस-कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे न केवल यात्रा के समय को कम करेंगे, बल्कि दिल्ली के जाम वाले स्थानों पर भी बड़ी राहत प्रदान करेंगे।
दिल्ली-एनसीआर के लिए गेम-चेंजर
दिल्ली-एनसीआर के लिए गेम-चेंजर
एनएचएआई के अनुसार, यूईआर-2 दिल्ली मास्टर प्लान 2021 के तहत विकसित किया गया है। इसमें 54 किलोमीटर दिल्ली और 21 किलोमीटर हरियाणा में फैला हुआ है। इसमें आठ लेन, सर्विस रोड, चार मल्टी-लेवल इंटरचेंज और कई अंडरपास शामिल हैं। लगभग 9,000 करोड़ रुपये की लागत से बने द्वारका एक्सप्रेसवे और पांच चरणों में पूरे किए गए यूईआर-2 को दिल्ली-एनसीआर के सड़क नेटवर्क के लिए एक गेम-चेंजर माना जा रहा है। इन परियोजनाओं के शुरू होने से नोएडा और पश्चिमी उपनगरों से आईजीआई एयरपोर्ट तक सीधी और तेज कनेक्टिविटी प्राप्त हुई है, जिसका लोगों को लंबे समय से इंतजार था।