दिल्ली में बाढ़ का खतरा: यमुना नदी का जलस्तर बढ़ा
यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा
हरियाणा में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। इस स्थिति को देखते हुए रविवार को यमुनानगर के हथिनीकुंड बैराज के सभी 18 गेट खोल दिए गए। इससे दिल्ली में बाढ़ की आशंका बढ़ गई है। सरकार ने इस संबंध में एक एडवाइजरी भी जारी की है।
इस वर्ष 2023 में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया था, जिससे कई आवासीय क्षेत्रों में पानी भर गया था। दो साल पहले लाल किले के पास भी बाढ़ आई थी। हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया पानी मंगलवार रात तक दिल्ली पहुंच सकता है।
दिल्ली में बाढ़ का खतरा
हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ने के बाद दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर सकता है। इससे राष्ट्रीय राजधानी के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। इस समय राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में भी भारी बारिश हो रही है। हथिनीकुंड बैराज से 1.16 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
हिमाचल में भी भारी बारिश
हाल के दिनों में हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश हुई है। इस कारण हरियाणा में सोम नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है। हिमाचल के अलावा हरियाणा के अंबाला, पंचकुला और कुरुक्षेत्र जैसे जिलों में भी बारिश हुई है। हिमाचल और हरियाणा का पानी दिल्ली के लिए एक बड़ा खतरा बन गया है। 19 अगस्त की रात को यमुना का जलस्तर 206 मीटर के पार जा सकता है, जो कि खतरे का अधिकतम स्तर है।