दिल्ली में भाजपा विधायक पर डॉक्टर के साथ मारपीट का आरोप
आम आदमी पार्टी का गंभीर आरोप
आम आदमी पार्टी का आरोप: आम आदमी पार्टी (आप) ने दिल्ली के मोती नगर से भाजपा विधायक हरीश खुराना पर आचार्य भिक्षु सरकारी अस्पताल में एक चिकित्सक के साथ कथित तौर पर मारपीट करने का गंभीर आरोप लगाया है। 'आप' के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'हरीश खुराना ने बुधवार को सुबह लगभग 11 बजे एमर्जेन्सी और कैजुअल्टी ब्लॉक में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर के साथ गाली-गलौज और शारीरिक हमला किया।'
डॉक्टर की शिकायत और पुलिस की कार्रवाई
उन्होंने बताया कि पीड़ित डॉक्टर ने सुबह 11:15 बजे अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक (एमएस) को एक लिखित शिकायत दी, लेकिन गुरुवार शाम 4 बजे तक दिल्ली पुलिस ने इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पीड़ित डॉक्टर ने मांग की है कि मामले की सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक की जाए, ताकि 'पूरी दिल्ली को सच का पता चल सके।' उन्होंने चेतावनी दी कि यदि पुलिस ने त्वरित और सख्त कार्रवाई नहीं की, तो 'आप' विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को दिल्ली पुलिस आयुक्त से मुलाकात करेगा और एफआईआर दर्ज करवाकर ही लौटेगा।
हरीश खुराना का विवादित इतिहास
विधायक का विवादित व्यवहार: सौरभ भारद्वाज ने हरीश खुराना के आचरण पर सवाल उठाते हुए कहा कि यही विधायक हैं, जिन्होंने हाल ही में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमले के आरोपी की फर्जी तस्वीर 'आप' विधायक गोपाल इटालिया के साथ सोशल मीडिया पर साझा की थी। 'कई टीवी चैनलों ने साबित किया कि यह तस्वीर पूरी तरह फोटोशॉप की गई थी, फिर भी हरीश खुराना ने वह ट्वीट नहीं हटाया,' भारद्वाज ने कहा। उन्होंने इसे विधायक की बदतमीजी और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार का उदाहरण बताया।
दिल्ली की मुख्यमंत्री पर हमले का मामला
सौरभ भारद्वाज ने प्रेस वार्ता में यह भी बताया कि बुधवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर कथित तौर पर हमला हुआ था। 'आप' ने इस घटना की कड़ी निंदा की और मांग की कि आरोपी के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया जाए। पुलिस ने आरोपी को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया और उसे पांच दिन की हिरासत में भेजा गया है। भारद्वाज ने कहा, 'जब एक मुख्यमंत्री पर हमला होता है, तो पूरी दिल्ली उनके साथ सहानुभूति में खड़ी होती है।'
अस्पतालों में सुरक्षा का अभाव
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि तत्कालीन 'आप' सरकार ने अस्पतालों में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की तैनाती की मांग की थी, जो लागू नहीं हुई। उन्होंने जोर देकर कहा कि सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक करने से यह स्पष्ट हो जाएगा कि डॉक्टर के साथ बिना किसी कारण के बदतमीजी और मारपीट की गई।