दिल्ली में मानसून की बारिश से बिगड़े हालात, सियासी बयानबाजी तेज
दिल्ली में मानसून का असर
दिल्ली में मानसून: बुधवार, 30 जुलाई को दिल्ली-एनसीआर में काले बादलों का छाया रहा। कई क्षेत्रों में हल्की से लेकर तेज बारिश हुई, जिससे मौसम तो सुहावना हो गया, लेकिन सड़कों की स्थिति और खराब हो गई। मंगलवार की सुबह हुई भारी बारिश ने दिल्लीवासियों को काफी दिक्कतों का सामना कराया। कनॉट प्लेस से आईटीओ तक की सड़कों पर जलभराव हो गया, जिससे यातायात रुक गया और लोग घंटों जाम में फंसे रहे।
भारी बारिश से यातायात प्रभावित
मंगलवार को दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश हुई। सफदरजंग वेधशाला में 68.1 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि रिज क्षेत्र में 129.8 मिमी तक पानी गिरा। लोदी रोड, प्रगति मैदान, पूसा और आयानगर जैसे क्षेत्रों में भी अच्छी बारिश हुई, जिससे सड़कों पर जलभराव और ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रही।
दिल्ली की हवा में सुधार
भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण दिल्ली की हवा फिर से साफ हो गई है। मंगलवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 86 था, जो अब घटकर 72 हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार, जुलाई महीने में दिल्ली की वायु गुणवत्ता 'संतोषजनक' रही है, जिसका श्रेय मानसून को दिया जा रहा है।
राजनीतिक बयानबाजी का दौर
बारिश ने दिल्ली में राजनीतिक माहौल को भी गर्म कर दिया है। आम आदमी पार्टी ने सरकार पर बारिश की तैयारियों को लेकर सवाल उठाए हैं। वहीं, मुख्यमंत्री और पीडब्ल्यूडी मंत्री ने कहा कि प्रशासन ने समय पर सभी आवश्यक कदम उठाए और हालात को जल्दी संभाला। अब देखना यह है कि अगले कुछ दिनों में मौसम और राजनीति का मिजाज क्या रहता है।