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दिल्ली में सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर आयोजित 'यूनिटी मार्च' का आयोजन

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर 'यूनिटी मार्च' का आयोजन किया। इस अवसर पर नागरिकों ने स्वदेशी उत्पादों के उपयोग और नशा मुक्त भारत के लिए संकल्प लिया। कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ-साथ सरदार पटेल के आदर्शों का सम्मान किया गया। मुख्यमंत्री ने एकता और अखंडता की भावना को बढ़ावा देने का आह्वान किया।
 

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का नेतृत्व

-सीएम रेखा गुप्ता के नेतृत्व में 'स्वदेशी' और 'नशा मुक्त भारत' के दो संकल्प लिए गए


-सैकड़ों नागरिकों की भागीदारी, 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' की भावना का सशक्त प्रदर्शन


नई दिल्ली: दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित 'यूनिटी मार्च' में भाग लिया। इस मार्च का उद्देश्य देश की एकता और अखंडता के संदेश को फैलाना था। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सरदार पटेल के राष्ट्रनिर्माण के दृष्टिकोण को नमन किया। यह भव्य मार्च पीतमपुरा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित किया गया, जहां नागरिकों ने उत्साह और देशभक्ति के साथ भाग लिया।


इस कार्यक्रम में सांसद श्री प्रवीण खंडेलवाल और विधायक श्री तिलक राम गुप्ता सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। सभी ने मिलकर सरदार पटेल को श्रद्धांजलि दी और उनके आदर्शों का पालन करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम की शुरुआत शपथ ग्रहण समारोह से हुई, जिसमें मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सभी उपस्थित लोगों ने दो महत्वपूर्ण संकल्प लिए। पहला, 'स्वदेशी के लिए शपथ', जिसमें देश में निर्मित उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देने का संकल्प लिया गया। दूसरा, 'नशा मुक्त भारत' के लिए सामूहिक शपथ, जिसका उद्देश्य एक स्वस्थ और सशक्त राष्ट्र का निर्माण करना है।


समारोह में बच्चों ने संगीत और नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियां दीं, जो देशभक्ति और राष्ट्रीय एकता के विषयों को खूबसूरती से उजागर करती थीं। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण 'मार्च फॉर यूनिटी' था, जिसमें मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। यह मार्च सरदार पटेल के 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' के दृष्टिकोण का जीवंत प्रदर्शन था।


मुख्यमंत्री ने कहा कि 'यूनिटी मार्च' उस अद्भुत भावना का प्रतीक है, जिसने सरदार पटेल के नेतृत्व में भारत के बिखरे हिस्सों को एकजुट किया। उन्होंने उपस्थित जनसमूह से आह्वान किया कि हम सब मिलकर संकल्प लें कि उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए एकता, अखंडता और समरसता के भाव के साथ भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि देशभक्ति केवल प्राण देने से नहीं, बल्कि रोज़मर्रा के कार्यों से देश के लिए जीने से साबित होती है। उन्होंने युवाओं और नागरिकों से आह्वान किया कि वे राष्ट्र निर्माण में सक्रिय योगदान दें।