दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में सीएम का नया कदम
दिल्ली सरकार का मिशन स्वास्थ्य सुधार
दिल्ली के मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए मिशन मोड में कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि राजधानी में स्वास्थ्य सेवाओं का ढांचा सुधारना प्राथमिकता है।
सीएम ने कहा कि बंद पड़े अस्पतालों को फिर से चालू करने, चिकित्सा स्टाफ की भर्ती और हर अस्पताल के लिए अलग चिकित्सा अधीक्षक की नियुक्ति पर ध्यान दिया जा रहा है। इससे निगरानी और जवाबदेही में सुधार होगा। इस कार्यक्रम में चिकित्सा क्षेत्र में योगदान देने वाले डॉक्टरों की मेहनत और सेवाभाव को सराहा गया।
डॉक्टरों का महत्व
सीएम ने इस अवसर पर कहा कि डॉक्टर केवल पेशेवर नहीं, बल्कि जीवन के रक्षक हैं। जब जीवन संकट में होता है, तब डॉक्टर ही उसे सहारा देते हैं। उन्होंने कहा कि देश की स्वास्थ्य व्यवस्था की नींव डॉक्टरों पर निर्भर है।
कोविड-19 जैसी आपात स्थितियों में डॉक्टरों ने अपनी जान की परवाह किए बिना सेवाएं दीं। चाहे दिन हो या रात, डॉक्टर हमेशा मरीजों की सेवा में तत्पर रहते हैं।
नर्सों की स्थाई नियुक्ति
सीएम ने यह भी बताया कि पहली बार 1500 नर्सों को स्थाई रूप से नियुक्त किया गया है, जो पिछले 15 वर्षों से लंबित थी। इसके अलावा, पिछले 24 वर्षों से बंद अस्पतालों को फिर से चालू करने की प्रक्रिया तेज हो रही है।
स्वास्थ्य सेवाओं को आधुनिक बनाने के लिए सीटी स्कैन, एमआरआई और अल्ट्रासाउंड जैसे उपकरणों की आपूर्ति को भी गति दी जा रही है।
सभी अस्पतालों में जन औषधि केंद्र खोले जा रहे हैं, जिनमें से 17 पहले ही शुरू हो चुके हैं। मरीजों और उनके परिजनों की सुविधा के लिए वेटिंग एरिया, पीने का पानी और स्वच्छ शौचालय जैसी सुविधाओं में भी सुधार किया जा रहा है।