दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र नेता Raunak Khatri को मिली जान से मारने की धमकी, 5 करोड़ की फिरौती की मांग
Raunak Khatri को मिली गंभीर धमकी
Raunak Khatri Death Threat : दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र राजनीति में उभरते हुए नेता और 2024 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) के अध्यक्ष रह चुके रौनक खत्री को एक गंभीर धमकी भरा व्हाट्सएप संदेश प्राप्त हुआ है। इस संदेश ने विश्वविद्यालय परिसर और राजनीतिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है।
5 करोड़ की फिरौती की मांग
धमकी में मांगी गई 5 करोड़ की फिरौती
जानकारी के अनुसार, यह संदेश कथित तौर पर कुख्यात अपराधी रोहित गोडारा के नाम से भेजा गया है, जिसमें रौनक से ₹5 करोड़ की मांग की गई है। संदेश में लिखा गया है, "बहुत हो गई तेरी राजनीति… या तो ₹5 करोड़ दे या मरने की तैयारी कर ले। कब तक फोन इग्नोर करेगा? अब देख गोली कैसे आएगी।" इस धमकी ने न केवल रौनक को, बल्कि विश्वविद्यालय के छात्रों और पूरे छात्र समुदाय को चिंता में डाल दिया है। संदेश में स्पष्ट चेतावनी दी गई है कि "₹5 करोड़ से कम कुछ भी मंजूर नहीं।"
संदिग्ध नंबर से आया संदेश
यूक्रेन से आया संदेश, पर संदिग्ध है नंबर
दिलचस्प बात यह है कि यह धमकी वाला संदेश यूक्रेन के देश कोड +380 वाले नंबर से आया है, जबकि रोहित गोडारा आमतौर पर पुर्तगाल (+351) नंबर का उपयोग करते हैं। इस विसंगति के कारण पुलिस इस संदेश की प्रामाणिकता की जांच कर रही है। जांच का मुख्य उद्देश्य यह पता लगाना है कि कहीं कोई अन्य व्यक्ति रोहित गोडारा के नाम का दुरुपयोग तो नहीं कर रहा है।
खत्री ने पुलिस में की शिकायत
पुलिस में शिकायत, खत्री ने दिखाई हिम्मत
रौनक खत्री ने दिल्ली पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है और स्पष्ट किया है कि वह ऐसी धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा, "मैं ऐसे गैंगस्टरों की धमकियों से डरने वाला नहीं हूं।" फिलहाल, दिल्ली पुलिस इस मामले की तकनीकी और साइबर एंगल से जांच कर रही है।
रौनक खत्री की पहचान
कौन हैं रौनक खत्री?
रौनक खत्री दिल्ली विश्वविद्यालय के कैंपस लॉ सेंटर में कानून के छात्र हैं और नरेला (दिल्ली) से संबंध रखते हैं। वह 2024 में कांग्रेस की छात्र इकाई NSUI से DUSU अध्यक्ष बने थे। उनकी छवि एक जुझारू छात्र नेता की है, जो बार-बार विश्वविद्यालय प्रशासन से टकराव के लिए जाने जाते हैं। उनकी लोकप्रियता तब बढ़ी जब उन्होंने कॉलेज में खराब जल व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाई और जब कोई समाधान नहीं मिला, तो उन्होंने खुद मिट्टी के मटके (घड़े) कॉलेज परिसर में रख दिए। इस पहल के बाद उन्हें छात्र समुदाय में "मटका मैन" के नाम से जाना जाने लगा।
छात्र राजनीति और अपराध का सामना
छात्र राजनीति से अपराध तक की टक्कर
यह घटना न केवल छात्र राजनीति की ताकत को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि युवा नेताओं को संगठित अपराध की धमकियों का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस की जांच से जल्द ही यह स्पष्ट हो जाएगा कि यह धमकी किसी असली गिरोह से जुड़ी है या महज डराने की एक रणनीति है। लेकिन एक बात तय है, रौनक खत्री जैसे युवा नेता अब पीछे हटने वाले नहीं हैं।