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दिल्ली विधानसभा में फांसी घर विवाद: विशेषाधिकार समिति की जांच शुरू

दिल्ली विधानसभा में 'फांसी घर' विवाद ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने विशेषाधिकार समिति का गठन किया है, जो पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और अन्य नेताओं को समन कर सकती है। विवाद उस स्थान को लेकर है, जिसे 'फांसी घर' कहा गया था, जबकि वर्तमान स्पीकर ने इसे गलत बताया है। इस मुद्दे पर पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई है। जानें इस विवाद के पीछे की कहानी और आगे की संभावनाएं।
 

दिल्ली विधानसभा में फांसी घर विवाद का हंगामा

दिल्ली फांसी घर विवाद: दिल्ली विधानसभा में 'फांसी घर' को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। विधानसभा के स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने इस मुद्दे को सुलझाने के लिए विशेषाधिकार समिति का गठन किया है। यह समिति पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल और पूर्व उपाध्यक्ष राखी बिड़लान को समन कर सकती है ताकि आवश्यक प्रश्नों के उत्तर लिए जा सकें।


विवाद का कारण क्या है?

यह विवाद उस स्थान को लेकर है, जिसे 2021 में 'फांसी घर' के रूप में दर्शाया गया था। अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने इस स्थान पर एक पट्टिका लगाई थी। पूर्व विधानसभा स्पीकर राम निवास गोयल और केजरीवाल ने 9 अगस्त 2022 को इस 'फांसी घर' का उद्घाटन किया था, जिसमें कहा गया था कि यह ब्रिटिश काल में क्रांतिकारियों को फांसी देने के लिए बनाया गया था।


विवादित स्थान के बारे में क्या कहा गया?

वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने इस 'फांसी घर' के दावे को खारिज करते हुए कहा कि यह वास्तव में 1912 में निर्मित एक टिफिन रूम या लिफ्ट रूम था, जिसका उपयोग भोजन पहुंचाने के लिए किया जाता था। उन्होंने 'फांसी घर' का शिलापट हटाने और 1912 के मूल नक्शे को लागू करने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मामले में FIR दर्ज करने और खर्च वसूलने की मांग की है।


केजरीवाल सरकार पर आरोप

BJP और विधानसभा के स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने आम आदमी पार्टी पर इतिहास को गलत तरीके से पेश करने और जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि नेशनल आर्काइव्स, IGNCA और ICHR के दस्तावेजों से यह साबित होता है कि विवादित स्थान पर 'फांसी घर' नहीं था। AAP सरकार ने 2022 में इस स्थान का नवीनीकरण किया, जिसके लिए 1.04 करोड़ रुपये खर्च किए गए।


विधानसभा में राजनीतिक घमासान

दिल्ली विधानसभा में 'फांसी घर' विवाद पर राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। इस मुद्दे पर पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई, जिसके चलते आतिशी और जरनैल सिंह को मार्शल आउट किया गया। BJP ने इसे शहीदों का अपमान और इतिहास के साथ छेड़छाड़ बताया है, जबकि AAP ने ब्रिटिश काल के काले कारनामों को छिपाने का आरोप लगाया है। विशेषाधिकार समिति इस मामले की जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट के आधार पर समाधान निकालेगी।