दिल्ली विस्फोट: आतंकियों की साजिश का पर्दाफाश
जांच में हुआ खुलासा, छह दिसंबर को दिल्ली दहलाने की फिराक में थे आतंकी
दिल्ली में बम विस्फोट की जांच में नए तथ्य सामने आए हैं। लाल किले के पास सोमवार को हुए विस्फोट की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। इस घटना में 12 लोगों की जान गई और 20 से अधिक लोग घायल हुए। जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि विस्फोट पुलवामा के निवासी डॉ. उमर नबी द्वारा किया गया था। घटना स्थल पर मिली लाश का डीएनए उमर की मां के डीएनए से मेल खाता है।
बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी पर हमले की योजना
जांच में यह भी सामने आया है कि उमर छह दिसंबर को बाबरी मस्जिद के विध्वंस की बरसी पर एक बड़ा हमला करने की योजना बना रहा था। इसके लिए उसने विस्फोटक सामग्री इकट्ठा की थी। फरीदाबाद के सफेदपोश आतंकियों से पूछताछ में इस साजिश का पता चला है। एजेंसियों के अनुसार, लाल किला, इंडिया गेट और अन्य प्रमुख स्थलों को निशाना बनाया जाना था।
कार बम बनाने की कोशिश में जुटा था उमर
राष्ट्रीय जांच एजेंसी और दिल्ली पुलिस को मिली डीएनए रिपोर्ट से यह स्पष्ट हुआ है कि उमर नबी ही उस कार का चालक था जिसमें विस्फोटक रखा गया था। उसने अपने साथियों को बताया था कि वह दिसंबर में हमला करेगा। उमर ने कार में विस्फोटक लाद रखा था और इंटरनेट से कार बम बनाने की जानकारी जुटाई थी।
फरीदाबाद की अलफलाह यूनिवर्सिटी में रची गई साजिश
इस विस्फोट की साजिश फरीदाबाद की अलफलाह यूनिवर्सिटी में तैयार की गई थी। मुख्य आरोपी डॉ. मुजम्मिल, जो कश्मीर के पुलवामा से है, पिछले दो वर्षों से आतंकवादी संगठनों के साथ मिलकर दिल्ली में आतंक फैलाने की योजना बना रहा था।
जम्मू-कश्मीर में कार्रवाई जारी
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुधवार को प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी से जुड़े 300 से अधिक ठिकानों पर छापे मारे। यह कार्रवाई अनंतनाग, शोपियां, पुलवामा और अन्य क्षेत्रों में की गई। पुलिस ने कई संदिग्धों को हिरासत में लिया और आपत्तिजनक सामग्री बरामद की।