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दिल्ली सरकार का नया ड्रेनेज मास्टर प्लान: बाढ़ से राहत के लिए ऐतिहासिक कदम

दिल्ली सरकार ने एक नया ड्रेनेज मास्टर प्लान पेश किया है, जिसका उद्देश्य अगले 30 वर्षों में शहर में जलजमाव और बाढ़ की समस्याओं को हल करना है। इस योजना का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन के अवसर पर किया गया। इसमें नजफगढ, बालापुला और ट्रांस यमुना बेसिन के लिए अलग-अलग मास्टर योजनाएं शामिल हैं। मंत्री मनोहर लाल ने जल संबंधी मुद्दों को हल करने की प्रतिबद्धता जताई है। यह योजना दिल्लीवासियों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए महत्वपूर्ण है।
 

नई दिल्ली में ड्रेनेज मास्टर प्लान का अनावरण

नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने आज एक नया ड्रेनेज मास्टर प्लान पेश किया है, जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय राजधानी में बार-बार होने वाली शहरी बाढ़ और जलजमाव की समस्याओं का समाधान अगले 30 वर्षों के लिए करना है। इस योजना का शुभारंभ NDMC कन्वेंशन सेंटर में सेवा पखवाड़ा उत्सव के दौरान किया गया, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन के अवसर पर मनाया जा रहा है।


इस अवसर पर आवास एवं शहरी कार्य मंत्री श्री मनोहर लाल, मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता और PWD एवं I&FC मंत्री श्री प्रवेश साहिब सिंह उपस्थित थे। उन्होंने नजफगढ, बालापुला और ट्रांस यमुना बेसिन के लिए तीन अलग-अलग मास्टर योजनाओं का अनावरण किया। यह योजना दिल्ली के ड्रेनेज ढांचे को भविष्य के लिए सक्षम बनाने का लक्ष्य रखती है।


केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा, “जल से संबंधित मुद्दे हमारे शहर की भलाई के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। दिल्ली का नया ड्रेनेज मास्टर प्लान इस प्रतिबद्धता का प्रतीक है कि हम इन महत्वपूर्ण मुद्दों को हल करने के लिए कटिबद्ध हैं। यह योजना जलजमाव से राहत प्रदान करेगी और शहर को ड्रेनेज संबंधी चुनौतियों से सुरक्षित रखेगी।”


इस योजना में शहरी बाढ़ से निपटना, सतही जल भंडारण में सुधार, जल बहाव कम करना और मुख्य स्टॉर्मवॉटर चैनलों को अपग्रेड करना शामिल है। मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने शहर के ड्रेनेज सिस्टम की समीक्षा करते हुए बताया कि इस साल मिंटो ब्रिज और ITO जैसी जगहों पर गंभीर जलजमाव नहीं देखा गया। उन्होंने 30 सितंबर को 4,000 करोड़ रुपए की परियोजनाओं के उद्घाटन की घोषणा की, जिसमें यमुना पुनर्जीवन योजना भी शामिल है।


PWD मंत्री श्री प्रवेश साहिब सिंह ने कहा, “हमने दिल्ली में जलजमाव की समस्याओं को हल करने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। पिछले 15 वर्षों में सबसे अधिक बारिश होने के बावजूद, दिल्ली में कोई गंभीर बाढ़ नहीं आई। हमारा एकीकृत ड्रेनेज मास्टर प्लान यह सुनिश्चित करेगा कि दिल्ली बाढ़ मुक्त रहे।”


दिल्ली की पिछली व्यापक ड्रेनेज योजना 1976 में तैयार की गई थी, जब शहर की आबादी केवल 60 लाख थी। अब, जब आबादी लगभग 2.5 करोड़ है, यह नई योजना अत्यंत आवश्यक हो गई है। PWD ने इस योजना को आठ नागरिक एजेंसियों के परामर्श से तैयार किया है। नया ड्रेनेज मास्टर प्लान 18,958 किमी के ड्रेनेज नेटवर्क को कवर करता है।


विशेष रूप से, व्यापक स्थलाकृति और क्षेत्र सर्वेक्षण किए गए हैं, जिसमें पाइपलाइन, ड्रेन, इनवर्ट लेवल और सड़क स्तर को मैप किया गया है। कार्यान्वयन के लिए शहर को तीन प्रमुख बेसिनों में विभाजित किया गया है। जैसे ही विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) को मंजूरी मिलेगी, PWD निजी फर्मों से टेंडर आमंत्रित करेगा।