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दिल्ली सरकार की नई पहल: अधिकारियों के प्रशिक्षण से बढ़ेगी पारदर्शिता

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अधिकारियों के लिए एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य सरकारी तंत्र में पारदर्शिता और अनुशासन लाना है। इस पहल के तहत, तहसीलदारों और सब-रजिस्ट्रारों को उनके कार्यों की जटिलताओं को समझने और भ्रष्टाचार-मुक्त प्रशासन सुनिश्चित करने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे जनता के साथ सकारात्मक व्यवहार करें, जिससे सरकार की छवि में सुधार हो सके। यह कार्यक्रम सरकारी सेवाओं में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
 

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की नई पहल



  • सीएम रेखा गुप्ता ने तहसीलदारों और सब-रजिस्ट्रारों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की

  • सरकारी तंत्र में ऊर्जा और पारदर्शिता लाने पर जोर दिया गया


Delhi News | नई दिल्ली। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि आम जनता की समस्याओं के समाधान के लिए सरकार डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने, पारदर्शिता को बढ़ाने और भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। उनका लक्ष्य है कि हर नागरिक बिना किसी भेदभाव के राजस्व सेवाओं का लाभ उठा सके।


मुख्यमंत्री ने यह बात आज राजस्व विभाग के तहसीलदारों और सब-रजिस्ट्रारों के लिए आयोजित विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम में कही। यह कार्यक्रम यमुनापार के विश्वास नगर में आयोजित किया गया था और यह मुख्यमंत्री की एक नई पहल है।


अधिकारियों को सक्षम बनाने की दिशा में कदम


मुख्यमंत्री ने बताया कि दिल्ली में तहसीलदारों और सब-रजिस्ट्रारों के लिए एक्स केडर की व्यवस्था नहीं है, इसलिए नए अधिकारियों के लिए प्रारंभिक प्रशिक्षण आवश्यक है। यह प्रशिक्षण उन्हें कार्य की जटिलताओं को समझने में मदद करेगा और भ्रष्टाचार-मुक्त प्रशासन सुनिश्चित करेगा।


उन्होंने अधिकारियों को बताया कि इस कार्यक्रम में उन्हें यह भी सिखाया जाएगा कि क्या करना है और क्या नहीं। इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव और अन्य विभाग के अधिकारी भी उपस्थित थे। यह प्रशिक्षण केवल तकनीकी ज्ञान तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसमें आधुनिक प्रशासनिक सोच और जनसेवा की भावना को भी शामिल किया जाएगा।


सरकारी छवि को सुधारने की आवश्यकता

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी कार्यालय जनता की सेवा के केंद्र होते हैं, और नागरिक अधिकारियों के व्यवहार के माध्यम से सरकार की छवि का मूल्यांकन करते हैं। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे अपने कार्यालयों को ऊर्जा और अनुशासन से भरपूर बनाएं ताकि नागरिकों को उनकी समस्याओं का समाधान मिल सके।


उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारियों का जनता के साथ व्यवहार ही सरकार की असली पहचान है। इसलिए हर अधिकारी को अपनी जिम्मेदारी को ईमानदारी से निभाना चाहिए ताकि जनता का विश्वास बना रहे।


मुख्यमंत्री ने नकारात्मक छवि को दूर करने की आवश्यकता पर जोर दिया, जिसमें फाइलों में देरी और प्रशासनिक अव्यवस्था जैसी समस्याएं शामिल हैं। उन्होंने बढ़ते कार्यभार और धोखाधड़ी वाले दस्तावेजों की समस्याओं की ओर भी ध्यान आकर्षित किया।


राजस्व विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका

मुख्यमंत्री ने राजस्व और पंजीकरण विभाग की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह विभाग सरकार का सार्वजनिक चेहरा है। भूमि और स्वामित्व जैसे मुद्दों में जनता का विश्वास बनाए रखना आवश्यक है। उन्होंने अधिकारियों से अपेक्षा की कि वे अपने आचरण के माध्यम से जनता का विश्वास अर्जित करें।


मुख्यमंत्री ने कहा कि ईमानदारी, पारदर्शिता और टीम भावना ही ऐसे मूल्य हैं, जिनसे दिल्ली को एक सकारात्मक पहचान मिल सकती है।