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दीवाली पर मिठाइयों की मिलावट से बचने के उपाय

दीवाली का त्योहार मिठास और खुशियों का प्रतीक है, लेकिन इस दौरान मिलावटी मिठाइयाँ भी बिकती हैं। जानें कैसे आप असली और नकली मिठाई की पहचान कर सकते हैं। इस लेख में हम आपको कुछ सरल और प्रभावी तरीके बताएंगे, जिससे आप अपने परिवार को मिलावटी मिठाइयों के नुकसान से बचा सकते हैं। मिठाई खरीदते समय सतर्क रहना जरूरी है, ताकि आप सच्ची मिठास का आनंद ले सकें।
 

मिलावटी मिठाइयों से रहें सतर्क

मिलावटी मिठाइयों की पहचान: नई दिल्ली | दीवाली का पर्व मिठास और खुशियों का प्रतीक है। इस दौरान घरों में मिठाइयाँ बनाई जाती हैं और बाजार रंग-बिरंगी मिठाइयों से भरे होते हैं। लेकिन सावधान रहें! इस समय मिलावटी मिठाइयाँ भी प्रचुरता में बिकती हैं, जो स्वाद में भले ही अच्छी लगें, लेकिन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती हैं।


इस दीवाली मिठाई खरीदते समय थोड़ी सतर्कता बरतें। आइए जानते हैं कुछ सरल घरेलू तरीके, जिनसे आप असली और नकली मिठाई की पहचान कर सकते हैं।


चमकदार मिठाई से रहें सावधान

यदि मिठाई अत्यधिक चमकदार है, तो सतर्क रहें! इसमें चांदी की वर्क की जगह नकली मेटैलिक पॉलिश या एल्युमिनियम फॉयल हो सकता है। असली चांदी की वर्क हल्की और मटमैली होती है, जबकि नकली में चमकदार मेटैलिक लुक होता है। मिठाई को हल्के से रगड़कर देखें, यदि फॉयल उखड़ जाए, तो वह नकली है।


दूध की मिठाई की खुशबू की जांच करें

बर्फी, रसगुल्ला या कलाकंद में असली दूध की हल्की मीठी महक होती है। मिलावटी मिठाई में डिटर्जेंट, सिंथेटिक फ्लेवर या चर्बी जैसी अजीब गंध आ सकती है। मिठाई को सूंघकर उसकी गुणवत्ता की जांच करें। यदि गंध असामान्य लगे, तो उसे खरीदने से बचें।


रंग प्राकृतिक हो, तो मिठाई असली

बाजार में रंग-बिरंगी मिठाइयाँ प्रचुरता में मिलती हैं, लेकिन गहरे और चटक रंग खतरे का संकेत हो सकते हैं। असली मिठाई का रंग हल्का और प्राकृतिक होता है। जैसे, केसरिया मिठाई में हल्का पीला रंग केसर या हल्दी से आता है, जबकि चमकदार नारंगी रंग कैमिकल का संकेत है।


स्वाद और टेक्सचर से करें टेस्ट

मिलावटी मिठाई खाने पर जीभ पर कड़वाहट या चिपचिपापन महसूस होता है। असली मिठाई मुलायम और सॉफ्ट होती है, जबकि नकली का टेक्सचर सख्त, सूखा या ऑयली हो सकता है। यदि मिठाई मुंह में घुलने के बजाय चिपके, तो समझ लें कि इसमें पुराना दूध या सिंथेटिक सामग्री है।


पैक्ड मिठाई का लेबल जरूर देखें

यदि आप पैक्ड मिठाई खरीद रहे हैं, तो लेबल की जांच करें। उस पर FSSAI लोगो, निर्माण और समाप्ति तिथि के साथ तापमान की जानकारी होनी चाहिए। बिना लेबल वाली या ढीली मिठाई से बचें, ये स्वास्थ्य के लिए जोखिम भरी हो सकती हैं।


घर की मिठाई सबसे सुरक्षित

यदि आप दीवाली की असली मिठास चाहते हैं, तो घर पर मिठाई बनाएं। घर की मिठाई में न मिलावट का डर होता है, न कैमिकल का। साथ ही, इसमें स्वाद और प्यार दोनों दोगुने होते हैं।


इस दीवाली थोड़ी सावधानी बरतें, ताकि आप अपने परिवार को मिलावटी मिठाई के नुकसान से बचा सकें। मिठास तभी सच्ची है, जब वह स्वास्थ्य के साथ आए। इस बार मिठाई खरीदने से पहले इन सरल टिप्स से असली-नकली की पहचान जरूर करें!