देवरिया मेडिकल कॉलेज में शव मिलने पर प्राचार्य की बर्खास्तगी, जांच शुरू
महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज में गंभीर लापरवाही
देवरिया। यूपी के देवरिया जिले में महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज एक गंभीर मामले के कारण चर्चा में है। पानी की टंकी से एक सड़ी-गली लाश मिलने के बाद शासन ने त्वरित कार्रवाई की है। मंगलवार की रात, प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार बरनवाल को उनके पद से हटा दिया गया और उन्हें कार्यालय महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा और प्रशिक्षण से संबद्ध कर दिया गया है। इस घटना ने न केवल मेडिकल कॉलेज की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं, बल्कि मरीजों और स्वास्थ्य सेवाओं की सुरक्षा को लेकर भी चिंता बढ़ा दी है।
मेडिकल कॉलेज के ओपीडी और वार्ड में मरीजों को दिए जा रहे पानी से पिछले कुछ दिनों से बदबू आ रही थी। जब इस बारे में शिकायत मिली, तो सफाई कर्मियों को जांच के लिए भेजा गया। जब सफाईकर्मी पांचवीं मंजिल पर स्थित सीमेंटेड टंकी की सफाई करने पहुंचे, तो उन्हें एक शव मिला, जो बुरी तरह सड़ चुका था और उसकी पहचान करना भी संभव नहीं था। पुलिस की मौजूदगी में कई घंटों की मेहनत के बाद शव को टंकी से बाहर निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। शव की स्थिति से यह अनुमान लगाया गया कि वह कई दिनों से टंकी में पड़ा हुआ था।
स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय सोसायटी के अध्यक्ष और चिकित्सा शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित कुमार घोष द्वारा जारी पत्र के अनुसार, डॉ. रजनी आचार्य को महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज का कार्यवाहक प्राचार्य नियुक्त किया गया है। यह निर्णय जन स्वास्थ्य और सुरक्षा को गंभीर खतरे के मद्देनजर लिया गया है। इसके अलावा, मामले की जांच के लिए डीएम दिव्या मित्तल को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने मंगलवार को मेडिकल कॉलेज का दौरा किया और ओपीडी बिल्डिंग के पांचवे तल पर जाकर पानी की टंकी का निरीक्षण किया। वहां दरवाजे की कुंडी टूटी हुई मिली, जिस पर उन्होंने प्राचार्य से सवाल किए। प्राचार्य ने इस पर संतोषजनक उत्तर नहीं दिया। इसके बाद, जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जब तक अनुमति न दी जाए, टंकी की सफाई नहीं की जाएगी और सभी कार्य पुलिस द्वारा किए जाएंगे।