देवास हत्या मामले में प्रेम और शक की खतरनाक कहानी
देवास हत्या मामला: एक खौफनाक घटना
देवास हत्या मामला: देवास जिले में घटित यह घटना न केवल क्रूरता का उदाहरण है, बल्कि प्रेम और संदेह के बीच उत्पन्न होने वाली हिंसा की गंभीरता को भी उजागर करती है। आरोपी मोनू चौहान ने अपनी प्रेमिका लक्षिता चौधरी की हत्या कर उसके शव को कमरे में छोड़ दिया। इस मामले के उजागर होने के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है.
लक्षिता 29 सितंबर को कॉलेज जाने के लिए घर से निकली थी, लेकिन वह वापस नहीं लौटी। उसके परिवार ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि लक्षिता का मोनू चौहान नामक युवक से प्रेम संबंध था। इस बीच, आरोपी ने लक्षिता के परिवार को गुमराह करने की कोशिश की और झूठ बोला कि वे दोनों कहीं बाहर गए हैं। लेकिन बुधवार को आरोपी ने खुद एक संदेश भेजकर स्वीकार किया कि उसने युवती की हत्या कर दी है और उसका शव उसके कमरे में है.
कमरे में मिला शव और ड्रम
कमरे में मिला ड्रम और शव
पुलिस को सूचना मिलने पर वैशाली एवेन्यू स्थित किराए के मकान का ताला तोड़ा गया। अंदर का दृश्य देखकर पुलिसकर्मी भी दंग रह गए। पानी से भरे ड्रम के पास एक बेडशीट से ढका शव मिला। युवती गरबे की पोशाक में थी और शव की हालत बहुत खराब थी। उसके हाथ-पैर रस्सियों से बंधे हुए थे। इस खोज ने स्पष्ट कर दिया कि आरोपी ने हत्या की योजना पहले से बनाई थी.
आरोपी का गुस्सा और कबूलनामा
आरोपी का गुस्सा और इकबालिया बयान
हत्या के कुछ घंटों बाद, मोनू चौहान खुद कोतवाली थाने पहुंचा और आत्मसमर्पण कर दिया। उसने पुलिस को बताया कि वह युवती से बहुत प्यार करता था, लेकिन उसे किसी और के साथ देखकर गुस्से में हत्या कर दी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और उससे गहन पूछताछ की जा रही है.
जांच और आगे की कार्रवाई
जांच और आगे की कार्रवाई
शव को पोस्टमार्टम के लिए इंदौर भेजा गया है। पुलिस यह जांच कर रही है कि क्या आरोपी ने हत्या की योजना पहले से बनाई थी या यह घटना अचानक गुस्से में हुई। घटना स्थल से मिले सबूतों और आरोपी के बयान की जांच के बाद ही पूरी सच्चाई सामने आएगी। इस सनसनीखेज घटना ने देवास और आसपास के क्षेत्र को हिला कर रख दिया है.