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धर्मेंद्र का निधन: हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता का सफर समाप्त

हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का निधन हो गया है। 89 वर्ष की आयु में उन्होंने अंतिम सांस ली। लंबे समय से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे धर्मेंद्र को सांस लेने में कठिनाई हो रही थी। उनके निधन से फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। जानें उनके करियर, पुरस्कार और योगदान के बारे में इस लेख में।
 

धर्मेंद्र का निधन

हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर अभिनेता धर्मेंद्र का निधन हो गया है। 89 वर्ष की आयु में उन्होंने अंतिम सांस ली। लंबे समय से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे धर्मेंद्र को सांस लेने में कठिनाई हो रही थी, और उनकी स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही थी। उन्हें ब्रीच कैंडी अस्पताल में नियमित जांच और उपचार के लिए भर्ती किया गया था।


अस्पताल से घर लौटने के बाद की स्थिति

कुछ दिनों के इलाज के बाद उनकी स्थिति में थोड़ी सुधार देखने को मिली, जिसके बाद उन्हें घर ले जाया गया ताकि परिवार के सदस्य उनकी देखभाल कर सकें। हालांकि, घर पर विशेष देखभाल की व्यवस्था होने के बावजूद, उनका स्वास्थ्य लगातार गिरता गया।


स्वास्थ्य समस्याएं और परिवार का समर्थन

धर्मेंद्र को सांस लेने में कठिनाई के साथ-साथ कई अन्य उम्र संबंधी समस्याएं भी थीं। अस्पताल और घर में निरंतर उपचार के बावजूद उनकी स्थिति गंभीर बनी रही। परिवार के सदस्य उनकी देखभाल में लगे रहे, और घर पर एम्बुलेंस तथा डॉक्टरों की व्यवस्था की गई थी ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता मिल सके। उनके प्रशंसक और फिल्म इंडस्ट्री के कई लोग उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेते रहे। सलमान खान, शाहरुख खान और गोविंदा जैसे कई सितारे उनके हालचाल जानने के लिए अस्पताल और घर पर गए थे। उनके निधन की खबर से पूरे फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई।


धर्मेंद्र का फिल्मी करियर

धर्मेंद्र का करियर हिंदी सिनेमा में लगभग छह दशकों तक फैला रहा। उन्हें बॉलीवुड का 'ही-मैन' कहा जाता था। उन्होंने 1960 में फिल्म 'दिल भी तेरा हम भी तेरे' से अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने 'शोला और शबनम', 'अनपढ़', 'बंदिनी', 'पूजा के फूल', 'हकीकत', 'फूल और पत्थर', 'अनुपमा', 'खामोशी', 'प्यार ही प्यार', 'तुम हसीन मैं जवां', 'सीता और गीता', 'यादों की बारात' और 'शोले' जैसी कई यादगार फिल्मों में काम किया।


पुरस्कार और सम्मान

धर्मेंद्र ने अपने दमदार अभिनय के जरिए दर्शकों के दिलों में एक खास स्थान बनाया। उन्होंने कई पुरस्कार भी जीते, जिसमें 2012 में भारत सरकार द्वारा दिया गया तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण शामिल है। इसके अलावा, उन्होंने कई फिल्मफेयर पुरस्कार भी अपने नाम किए। उनके योगदान के कारण उन्हें बॉलीवुड के सबसे महान और प्रतिष्ठित अभिनेताओं में गिना जाता है।